पीएम मोदी के राम मंदिर भूमि पूजन पर गरमाई सियासत
20 Jul 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
अयोध्या में राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभवतः पांच अगस्त को भूमि पूजन कर सकते हैं. इस मुद्दे पर सियासी हलचलें बढ़ती जा रही हैं. गौरतलब है कि पीएम मोदी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने जा रहे भूमि पूजन में शामिल होंगे। इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी तारीख भी तय कर दी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पांच अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया है। पीएम के अयोध्या दौरे को लेकर अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं था कि पीएम मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे कि नहीं। उनके भूमि पूजन में शामिल होने को लेकर अटकले हीं लगाई जा रही थीं। लेकिन जैसे ही ये साफ हुआ कि पीएम मोदी अयोध्या जाएंगे इस पर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई. वहीं राम मंदिर निर्माण की तैयारियों और भूमि पूजन को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि राम मंदिर का निर्माण कोविड -19 महामारी को समाप्त कर सकता है। शरद पवार ने साथ ही जोड़ा है कि सरकार को देश के आर्थिक हालात पर ध्यान देना चाहिए। कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके इस बयान के बाद सियासी बयान बाजी और भी तेज हो सकती है। बता दें मंदिरों में जाने को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर इससे पहले भी जारी रहा है। पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पीएम मोदी ने बिना उनका नाम लिए तंज कसा था, जब वो लगातार मंदिर-मंदिर घूम रहे थे। पीएम मोदी ने गुजरात के प्राची में अपनी रैली के दौरान देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम लिए बिना उन्हें सोमनाथ मंदिर का विरोधी कहा था। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर बिना नाम लिए तंज कसते हुए कहा था कि कुछ लोग आज सोमनाथ को याद कर रहे हैं, लेकिन वो इतिहास भूल गये हैं। नेहरू नहीं चाहते थे कि सोमनाथ मंदिर बनाया जाए। जब देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद उस वक्त सोमनाथ मंदिर गए थे तो नेहरू नाराज हो गये थे। कुल मिलाकर इस सियासी गहमा-गहमी के बीच बीजेपी किस तरह से विरोधियों को जवाब देती है यह देखना होगा.