खाद के लिए दो रुपए किलो गोबर खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार

 20 Jul 2020  534

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
छत्तीसगढ़ सरकार दो रुपए किलो के हिसाब से गोबर की खरीददारी करेगी और उसका जैविक खाद बनाएगी. गोधन न्याय योजना की शुरुआत सोमवार से लोक महापर्व हरेली के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सांकेतिक रूप से गोबर खरीद कर शुरू की। इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से दो रुपए किलो की कीमत से गोबर खरीदेगी और फिर उससे जैविक खाद तैयार की जाएगी। योजना का उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ-साथ कृषि लागत में कमी और भूमि की उर्वरा शक्ति में बढ़ोतरी करना है। इस योजना से पर्यावरण में सुधार के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी बड़े बदलाव की उम्मीद है। दावा है कि गोधन न्याय योजना से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा। पारंपरिक रूप से हरेली पर्व कृषि और पर्यावरण से जुड़ा हुआ है। इसीलिए गोधन न्याय योजना की शुरुआत के लिए इसी अवसर को चुना गया। उन्होंने रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित एक सांस्कृतिक समारोह में योजना की शुरुआत की। प्रदेश के गांवों में सुराजी गांव योजना पहले ही लागू की जा चुकी है, जिसके तहत पांच हजार से ज्यादा गोठानों की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 2785 गोठान बनकर तैयार हो चुके हैं, शेष का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना इन्हीं गोठानों के माध्यम से संचालित होगी। गौठानों को पशुओं के डे केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। महिला स्व सहायता समूह द्वारा यहां वर्मी कंपोस्ट के निर्माण के साथ अन्य आय मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं । राज्य सरकार चरणबद्ध रूप से गौठानों का विस्तार करते हुए प्रदेश की सभी 11630 ग्राम पंचायतों और सभी 20 हजार गांवों में गौठान निर्माण का लक्ष्य रखा है। निर्माण पूरा होने के बाद वहां भी गोबर की खरीद की जाएगी। गौरतलब है कि खेत के लिए खाद के तौर पर लंबे समय से गोबर का इस्तेमाल किया जाता रहा है.