सचिन पायलट की वापसी पर टला राजस्थान सरकार का सियासी संकट
14 Aug 2020
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार का विश्वास प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से जीत लिया. सदन ने सरकार द्वारा लाए गए विश्वास मत प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित कर दिया जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सदन द्वारा मंत्रिपरिषद में विश्वास व्यक्त करने का प्रस्ताव स्वीकार किये जाने की घोषणा की. फिलहाल सदन की कार्यवाही 21 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गयी. सदन के भीतर सरकार के प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. सदन के बाहर सचिन पायलट ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जो विश्वास प्रस्ताव लाया गया था वह बेहतर तरीके से पूर्ण बहुमत से पास हो गया. सचिन पायलट ने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा की गयी अनेक कोशिशों के बावजूद भी सरकार के पक्ष में फैसला आया है और इससे सभी अटकलों पर विराम लग गया है. पायलट ने कहा कि जो भी मुद्दे उठाए गए थे सभी मुद्दों को मूर्त रूप देने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जा रहा है जिसपर जल्द ही ऐलान होगा.
इससे पहले सदन में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस को अपने निजी काम के लिए इस्तेमाल किया गया जिसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में सांसदों और विधायकों के फोन टैप करने की कोई परंपरा नहीं है और ना ही कुछ ऐसा हुआ. अशोक गहलोत ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि क्या देश में ईडी, आयकर विभाग और सीबीआई का गलत इस्तेमाल नहीं हो रहा ? विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी अंतर्कलह का ढींगरा बीजेपी के सिर फोड़ रही है जबकि बीजेपी ने इसमें कुछ भी नहीं किया है. सचिन पायलट ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी मेरे और मुझे सहयोग करने वालों के बारे में कहा गया, हमने अपनी बीमारी के बारे में डॉक्टर को बता दिया है और इलाज मिलने के बाद हम 125 लोग सदन के अंदर खड़े हैं. पायलट ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि बॉर्डर पर कितनी फायरिंग हुई लेकिन हम सभी मिलकर सरकार के लिए सुरक्षा कवच बनेंगे.