चुनाव से पहले हत्या के आरोप में तेजस्वी और तेज प्रताप यादव पर एफआईआर दर्ज
05 Oct 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
बिहार में होनेवाले विधान सभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, उनके भाई तेज प्रताप यादव और चार अन्य लोगों के खिलाफ पूर्वोत्तर बिहार के पूर्णिया जिले में दलित नेता और आरजेडी के पूर्व नेता शक्ति मलिक की हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. एससी /एसटी सेल के पूर्व आरजेडी राज्य सचिव शक्ति मलिक को 4 अक्टूबर को पूर्णिया शहर में उनके आवास पर गोलियों से भून दिया गया था. उनके कमरे से एक देसी पिस्तौल और एक खाली कारतूस जब्त किया गया था. पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने कहा कि मृतक की पत्नी खुशबू देवी ने केहाट पुलिस स्टेशन में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और चार अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. एक रिपोर्ट के अनुसार एफआईआर में अन्य लोगों के नाम अनिल कुमार साधु, कालो पासवान उनकी पत्नी सुनीता देवी और मनोज पासवान हैं. अनिल कुमार साधु केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के दामाद और राजद के राज्य एससी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं. वह पहले लोक जनशक्ति पार्टी के साथ थे. 38 वर्षीय शक्ति मलिक को पड़ोसी जिले अररिया की रानीगंज (एससी) सीट से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में थे. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में मृतक ने तेजस्वी यादव और साधु पर आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए 50 लाख की मांग के लिए गंभीर आरोप लगाए थे. मृतक 2019 में राजद में शामिल हो गया था और उसे पार्टी का राज्य एससी/एसटी सेल सचिव बना दिया गया था, लेकिन टिकट न मिलने और पार्टी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाने के बाद, उसे हाल ही में राजद से निष्कासित कर दिया गया था. मृतक की पत्नी ने एफआईआर में आरोप लगाया कि चूंकि उनके पति एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे, इसलिए उन्हें तेजस्वी यादव सहित राजद नेताओं के इशारे पर हटा दिया गया. इस अब इसपर राजनीति भी शुरू हो गई है.