कमलनाथ के महिला प्रत्याशी को आइटम कहने पर सियासी बवाल

 19 Oct 2020  479

संवाददाता/in24 न्यूज़. 

 मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा महिला प्र्तयशी को आइटम कहने पर सियासी बवाल मच गया है. कमलनाथ अपने उस बयान के कारण विवादों में घिर गए हैं, जिसमें वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुकी एक महिला प्रत्याशी के लिए विवादित शब्द का इस्तेमाल करते दिखाई दे रहे हैं। इस बयान पर भाजपा ने कमलनाथ को सामंतवादी सोच वाला व्यक्ति बताकर उन्हें घेरना शुरू कर दिया है और चुनाव आयोग में इसकी शिकायत करने के साथ-साथ इस टिप्पणी के प्रति विरोध जताने एवं इस संबंध में जनजागरण के लिए आज पूरे प्रदेश में एक साथ मौन व्रत करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल एवं प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ग्वालियर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मौन व्रत करेंगे, जबकि पार्टी के नेता, जनप्रतिनिधि, मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी अन्य जगहों पर मौन व्रत के कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं. उन्होंने आगे लिखा कि खुद को मर्यादा पुरुषोत्तम बताने वाले ऐसी अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं? नवरात्रि के पावन पर्व पर देश नारी की उपासना कर रहा है, ऐसे में आपके बयान से आपकी ओछी मानसिकता झलकती है। बेहतर होगा कि आप अपने शब्द वापस लें और इमरती देवी सहित प्रदेश की हर बेटी से माफी मांगें। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को चुनाव आयोग पहुंचकर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की शिकायत की और उनकी राजनीतिक गतिविधियों एवं कार्यक्रमों पर रोक लगाने की मांग की। भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत में कहा है कि कमलनाथ ने डबरा में आयोजित जनसभा में सार्वजनिक मंच पर अपने भाषण के दौरान पार्टी प्रत्याशी इमरती देवी को ‘आइटम' शब्द से संबोधित किया है, जो न केवल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है अपितु दंडनीय अपराध की श्रेणी का कृत्य है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश और प्रदेश नवरात्रि में मां की आराधना कर रहा है, तो वहीं कमलनाथ ने इमरती देवी को ‘आइटम' बोलकर समस्त नारी जाति का अपमान किया है, जो पूरे प्रदेश की महिलाओं एवं बेटियों का अपमान है। भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कमलनाथ के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने, उन्हें उपचुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबंधित करने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। बता दें कि बीजेपी नेताओं द्वारा कामनाथ के इस बयान की घोर निंदा की गई है.