वोट मांगने नेता जी को जनता ने वापस भगाया

 19 Oct 2020  508

संवाददाता/in24 न्यूज़.
जैसे-जैसे बिहार में चुनाव की तारीख़ नज़दीक आ रही है वैसे ही चुनाव प्रचार के दौरान में कई नई घटना सामने आ रही है. जनता में अपने नेताओं के प्रति साफ़-साफ़ नाराज़गी देखने को मिल रही है. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। सभी प्रत्याशी क्षेत्र में जाकर जनता से वोट मांग रहे हैं, लेकिन जनता ने भी इस बार तय कर लिया है कि सिर्फ नाम पर नहीं बल्कि काम पर वोट मिलेगा। इसकी एक बानगी समस्तीपुर में देखने को मिली, जहां बिहार सरकार के मंत्री जब वोट मांगने क्षेत्र में पहुंचे तो वहां की जनता ने उन्हें उल्टे पांव वापस लौटा दिया। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया है। दरअसल, बिहार सरकार के मंत्री और समस्तीपुर के कल्याणपुर से विधायक महेश्वर हजारी जनता के बीच जाकर वोट की अपील कर रहे थे। उसी वक्त लोगों की नाराजगी ने उनकी फजीहत करा दी। गांव के कुछ लोग वहां इकट्ठा हो गए और उनसे काम का हिसाब मांगने लगे। साथ ही लोगों ने पूछा कि वह गांव में घुस कैसे आए! मामला समस्तीपुर के पूसा गांव का है। मंत्री जी अपने समर्थकों के साथ बाइक से गांव पहुंचे थे। उसी वक्त वहां कुछ ग्रामीण आ गए और उन्हें रोक लिया। ग्रामीणों ने मंत्री जी के सामने ही सड़क नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाने लगे। महेश्वर हजारी ने अपनी सफाई में केंद्र सरकार का हवाला देते हुए सड़क निर्माण न होने की वजह भी बताई। बावजूद इसके मामला काफी बढ़ गया। मंत्री महेश्वर हजारी के विरोध का यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, बिहार सरकार के मंत्री और कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से 10 वर्ष से विधायक महेश्वर हजारी को आक्रोशित जनता ने सड़क नहीं तो वोट नहीं बोल कर अपने गांव से भगा दिया। नीतीश कुमार जी के कागजी विकास की पोल खुल चुकी है। चाहे वो चमकी बुख़ार हो, जल जमाव हो, बाढ़ हो, सुखाड़ हो, कोरोना हो। बता दें कि बिहार में 28 अक्टूबर को चुनाव होने वाले हैं.