शरद जी, ये आपने क्या कह दिया ? 

 25 Jan 2017  1474
ब्यूरो रिपोर्ट / in24
 बिहार के राजनीतिज्ञ शूरमा और जनता दल युवाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के 'बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी' वाले बयान से पूरे देश में कोहराम मच गया है। एएनआई न्यूज़ एजेंसी ने मंगलवार को जेडीयू के नेशनल प्रेजिडेंट शरद यादव का एक बयान जारी किया जिसमे शरद यादव कह रहे हैं कि,'बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है।' शरद यादव ने यह विवादित बयान आमजनमानस के बीच दिया। उन्होंने कहा कि,''बेटी की इज्जत जाएगी तो गांव-मोहल्लों की इज्जत जाएगी, लेकिन वोट यदि एक बार बिक गया तो देश की इज्जत और आने वाला सपना पूरा नहीं हो सकता।'' उक्त कार्यक्रम के दौरान शरद यादव ने राजनीति के गिरते स्तर और पैसे-वोट के गठजोड़ पर चिंता जताई।

जेडीयू के पूर्व नेशनल प्रेसिडेंट शरद यादव ने कहा है, "बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है।" यादव ने ये विवादित बयान यहां लोगों के बीच दिया। यादव ने प्रोग्राम में राजनीति के गिरते स्तर और पैसे-वोट के गठजोड़ पर चिंता जताई। यादव ने मंगलवार को प्रोग्राम में कहा, "बैलट पेपर के बारे में बड़े पैमाने पर सब जगह समझाने की जरूरत है, बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है।"  "पैसे की बदौलत आज-कल वोट को खरीदा और बेचा जाता है।" शरद यादव ने कहा, "आज किसी नेता को सांसद या विधायक बनने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते हैं।"शरद यादव का यह भी कहना है कि, "खासकर दक्षिण भारत में जहां सांसद बनने के लिए 25 से 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं, जबकि विधायक बनने की कीमत 5 से 10 करोड़ रुपए है।"  यादव ने इस पर चिंता जताई कि पैसे की कमी की वजह से उनकी पार्टी यूपी में चुनाव नहीं लड़ पा रही है। जेडीयू लीडर ने कहा, "मैंने लंबे वक्त तक पार्टी को चलाया है, लेकिन ऐसे हालात पहले कभी सामने नहीं आए।" शरद ने प्रोग्राम के दौरान कांग्रेस और सपा पर भी निशाना साधा।

आगे शरद यादव ने कहा कि, "देश की नंबर एक कांग्रेस पार्टी की स्थिति आज आपातकाल के समय से भी खराब है।" मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बगैर शरद यादव ने कहा कि, "हम लोगों ने महागठबंधन के लिए क्या-क्या नहीं किया, पूरी जिम्मेदारी उन्हें दी, लेकिन बात नहीं बनीं। लेकिन इसके बाद भी हम लोग प्रयास नहीं छोड़ेंगे।" शरद यादव के इस विवादित बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने शरद यादव को नोटिस भेजा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहू ने कहा- "शरद यादव रिटायर होने की कगार पर हैं।" सुषमा ने यह भी कहा कि,"हल्की बात कर वह चर्चा में रहना चाहते हैं। बेटी इज्जत होती है और शरद यादव ने बेटी की इज्जत उतारी है, वे उस कोख को भी भूल जाते हैं जिससे उन्होंने खुद जन्म लिया है। नोटिस का जवाब मिलने के बाद महिला आयोग उसपर विचार करेगी।" कुलमिलाकर शरद यादव भारतीय राजनीति में शीर्ष नेता के रूप में जाने जाते हैं और उनका इस तरह से बेटियों पर दिए गए विवादित बयान से उनकी सोच का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है अब ऐसे में जनता दल यूनाइटेड शरद यादव के इस बयान का क्या निष्कर्ष निकालती है इस पर देश की जनता का ध्यान लगा हुआ है।