बिहार ने फिर किया नितीश कुमार पर भरोसा

 11 Nov 2020  492

संवाददाता/in24 न्यूज़.
बिहार ने जंगल राज और दस लाख नौकरी के खोखले दावे को नकार कर एक बार फिर एनडीए पर भरोसा किया है. हालांकि, इस बार तेजस्वी यादव का जादू भी चला और राष्ट्रीय जनता दल राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है. 243 सीटों के लिए हुए कड़े मुकाबले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 125 सीटें जीत कर एक बार फिर से राज्य की सत्ता अपने हाथ में ले ली है. मंगलवार देर रात राज्य की सत्ताधारी एनडीए ने सरकार बनाने के लिए जरूरी 125 सीटों के जादुई आंकड़े को प्राप्त कर लिया. वहीं दूसरी ओर राजद के नेतृत्व वाला विपक्षी महागठबंधन 110 सीटों पर सिमट कर रह गया. इसके अलावा इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें, लोजपा एवं बसपा ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की है. वहीं एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत ली है. इसी के साथ एक बार फिर से एग्जिट पोल बिहार की जनता का मन भांपने में नाकाम साबित हुए हैं. चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल बीजेपी ने 74 सीटों पर, जनता दल (यूनाइटेड) ने 43 सीटों पर, विकासशील इंसान पार्टी ने चार और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने चार सीटों पर जीत का परचम लहराया है. वहीं दूसरी ओर विपक्षी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल ने 74 सीटों पर, कांग्रेस ने 19 सीटों पर, भाकपा माले ने 12 सीटों पर, भाकपा व माकपा ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की है. इसके अलावा इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें, लोजपा व बसपा ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है. वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में जदयू ने फिर से जीत हासिल की है. बिहार में बीजेपी भले ही बड़े भाई की भूमिका में आ गई है, मगर नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हो गया है.