ओवैसी की एआईएमआईएम ने बढ़ाया बिहार में दायरा
11 Nov 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
बिहार विधान सभा चुनाव में महागठबंधन भले ही एनडीए से ज्यादा सीटें नहीं ला पाई हो, लेकिन नीतीश कुमार की सरकार को उसने जबरदस्त टक्कर दी है। वहीं, इस बार बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने भी अपना कद बढ़ाते हुए पांच सीटें अपने खाते में कर ली है। इसके साथ ही ओवैसी की पार्टी ने खुद को राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर खड़ा करने की तैयारी में एक और कदम आगे बढ़ा चुके हैं। यह दर्जा ओवैसी और उनकी पार्टी के लिए एक बड़ी खुशी लेकर आई है। यही वजह है कि बिहार चुनाव में पांच सीटें जीतने के बाद आतिशबाजी हैदराबाद में हो रही है। गौरतलब है कि तेलंगाना और महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में ओवैसी की जीत ने उन्हें देश भर में मजबूत बना दिया है। कर्नाटक के निकाय चुनाव में ओवैसी पहले ही अपनी उपस्थिति दर्ज कर चुके हैं। इसके बाद उनकी योजना उत्तर प्रदेश में भी पार्टी को मजबूत करने की है। ओवैसी और उनकी पार्टी इसके लिए काफी मशक्कत भी कर रही है। अगर ओवैसी इन राज्यों में भी अपना प्रभुत्व कायम करने में सफल होते हैं तो बहुत जल्द उनकी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाएगा। बिहार चुनाव में एआईएमआईएम की जीत पर ओवैसी के हैदराबाद आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की है। अभी तक चुनावों में वोटकटवा कहे जाने वाले ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया है। सीमांचल में उसकी जीत ने आरजेडी के लिए बड़ा खतरा बन गई है। गौरतलब है कि बिहार में एनडीए को 125 और महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली है। वोटों की गिनती बुधवार की सुबह 3 बजे तक चली है। ओवैसी ने कहा कि वह अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मशविरा करने के बाद ही इस बारे में कोई फैसला करेंगे कि वह महागठबंधन के साथ खड़े होंगे या कुछ और सोचेंगे। जीत के बाद ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार की जनता के आशीर्वाद से अभिभूत है और वह यहां के लोगों की उम्मीदों को पूरा करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिहार में पार्टी को मजबूत करने के लिए बड़ा काम किया है। हम उनसे किया वादों को पूरा करने के लिए दिन-रात एक करेंगे। एआईएमआईएम ने बिहार चुनाव में 20 उम्मीदवार खड़े किए थे, जिनमें से 14 कैंडिडेट सीमांचल के इलाके में थे। ओवैसी की पार्टी ने इनमें से 5 सीटें जीती और बाकी के 15 सीटों पर वोट काटकर आरजेडी को तगड़ा नुकसान पहुंचाया। एआईएमआईएम ने अमौर, कोचाधमान, बहादुरगंज, बैसी और जोकीहाट सीट पर बड़ी जीत दर्ज की। आरजेडी के गढ़ माने जाने वाले बैसी में एआईएमआईएम के उम्मीदवार सईद रुकनुद्दीन ने आरजेडी के हाजी अब्दुस सुभान को तीसरे नंबर पर धकेल दिया। बीजेपी के उम्मीदवार विनोद कुमार यहां दूसरे नंबर पर रहे। ओवैसी ने इन इलाकों में जमकर प्रचार किया। बता दें कि 2019 में किशनगंज उपचुनाव में एआईएमआईएम ने पहली बार जीत का स्वाद चखा था। सीमांचल में 14 प्रत्याशी खड़े करने वाले ओवैसी ने कहा कि उनकी लड़ाई सीमांचल को लेकर है। बिहार में आज तक बनी किसी सरकार ने सीमांचल के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया। सीमांचल आज भी देश का सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ इलाका है। ओवैसी ने कहा कि सीमांचल के विकास और बेहतरी के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। ओवैसी ने कहा कि बिहार की जनता ने उन्हें बहुत बड़ी संख्या में वोट दिया है। यह उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण मौका है। बिहार में संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है। हम जनता से किए वादों को हर हाल में पूरा करने की कोशिश करेंगे। बता दें कि बिहार में जिस तरह एआईएमआईएम का दायरा बढ़ता जा रहा है उससे कई राजनीतिक पार्टियां भी हैरत में हैं.