भ्रष्टाचार मामले में नितीश के मंत्री ने दिया इस्तीफ़ा

 19 Nov 2020  569

संवाददाता/in24 न्यूज़.
बिहार में नीतीश कुमार को सुशासन बाबू कहा जाता है, मगर सरकार बनने के एक सप्ताह के बाद ही उनके एक मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में इस्तीफा देना पड़ा है. बता दें कि बिहार में नयी सरकार बनते ही चौतरफा विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री डॉ मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। मंत्री बनते ही विपक्षी पार्टी राजद ने उनपर आरोपों की झड़ी लगा दी थी। जदयू कोटे से मंत्री बने मेवालाल चौधरी के इस्तीफे पर नीतीश कुमार को जवाब देते नहीं बन रहा है। यहां तक कि मेवालाल को लेकर बीजेपी भी सहयोगी जदयू का बचाव नहीं कर रही है। गौरतलब है कि तारापुर के नवनिर्वाचित जेडीयू विधायक डॉ मेवालाल चौधरी को पहली बार नीतीश कैबिनेट में शरीक किया गया था। बिहार की राजनीति में आने से पहले मेवालाल साल 2015 तक भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। इसी दौरान उनपर लेक्चरर्स की बहाली में भ्रष्टाचार लगा। यहां तक कि तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी। डॉ चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपों से पीछा नहीं छुड़ा पा रहे हैं। मामले में सबौर थाने में साल 2017 में ही केस दर्ज कराया गया था। मेवालाल चौधरी पर उनकी पत्नी की मौत को लेकर भी आरोप लग रहे हैं। फिलहाल मंत्री के इस्तीफे का लिफाफा राजभवन पहुंच गया है। डॉ. मेवालाल चौधरी के इस्‍तीफे के बाद जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने विपक्षी राजद पर जमकर निशाना साधा। आलोक ने सवाल किया कि भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव कब इस्तीफा देंगे? मंत्री मेवालाल ने इस्तीफे के कुछ देर पहले ही कहा कि जो लोग उनकी पत्नी की मौत को लेकर उनपर आरोप लगा रहे हैं। उनके खिलाफ वे 50 करोड़ के मानहानि का दावा करने वाले हैं। मंत्री महोदय आज ही लीगल नोटिस भिजवाने वाले थे। बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति रहते समय मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। यहां तक कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए उस वक्त जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। मेवालाल के खिलाफ कथित तौर पर आईपीसी की 409, 420, 467, 468, 471 और 120बी धारा के अंतर्गत आरोप लगे हैं। मेवालाल चौधरी की पत्नी स्व. नीता चौधरी का राजनीति से नाता रहा था। 2010-15 के दौरान वे तारापुर से विधायक भी चुनी गई थीं। साल 2019 में गैस सिलेंडर से लगी आग में झुलसने से नीता चौधरी की मौत हो गई थी। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में उनसे पूछताछ की मांग की है। इसके लिए उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को चिट्ठी भी लिखी है। कोइरी समुदाय से आने वाले मेवालाल चौधरी के परिवार में दो बेटे हैं। बड़ा बेटा रवि प्रकाश अमेरिका में है तो छोटा बेटा मुकुल प्रकाश आस्ट्रेलिया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। खुद मेवालाल चौधरी भारत सरकार में हॉर्टिकल्चर कमिश्नर रह चुके हैं। वह बिहार के कृषि रोड मैप तैयार करने वाले दल के सदस्य के तौर पर भी काम कर चुके हैं। बहरहाल, इस इस्तीफे के बाद इसपर भी राजनीति शुरू हो गई है.