बादल लौटाएंगे पद्म विभूषण सम्मान, पंजाब के बड़े खिलाड़ी भी वापस करेंगे अवार्ड

 03 Dec 2020  487

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
अब किसान आंदोलन पर सियासत भी शुरू हो गई है. ऐसे माहौल में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटने का फैसला किया है. इससे पहले पार्टी नेता हरसिमरत कौर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. 92 वर्षीय बादल को देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान 2015 में मिला था. पंजाब के शीर्ष खिलाड़ियों और कोचों के एक समूह ने कहा है कि वे भी अपने पुरस्कार लौटाएंगे और किसानों के साथ एकजुटता के साथ 5 दिसंबर को दिल्ली में मार्च करेंगे. दूसरी ओर आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से उनके घर पर मुलाकात की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि ज़ल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए और पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम ज़ल्दी इसका हल निकालें क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है. गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार किसानों से लगातार चर्चा कर रही है और मुझे आशा है कि चर्चा के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे. चौथे चरण की चर्चा में कोई न कोई पक्ष जरूर निकलेगा. आज नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र के साथ अपनी बैठक के लिए 40 किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल विज्ञान भवन पहुंच गया है. बैठक से पहले "आप कानून रद्द करवाना चाहते हैं या उनमें संशोधन" सवाल के जवाब में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता, राकेश टिकैत ने कहा कि हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी. सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा. अभी चलकर सरकार से बात करेंगे। कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. गुजरात से आया किसानों का एक समूह कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम टीवी पर देख रहे थे कि ये आंदोलन हरियाणा और पंजाब का है, लेकिन ये आंदोलन पूरे देश के किसानों के लिए चल रहा है. हम इस आंदोलन का समर्थन करने आए हैं. दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने कहा कि हम किसानों से बात कर रहे हैं कि वे यहां नाकेबंदी खत्म करें. यह दिल्ली के लिए एक प्रमुख मार्ग है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही सड़क मार्ग खोला जाएगा. देश के विभिन्न हिस्सों जैसे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में शामिल होने के लिए दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं. बता दें कि कड़ाके की ठण्ड के बावजूद किसानों का आंदोलन जारी है.