किसानों के मुद्दे पर हरियाणा में घिरी बीजेपी

 07 Dec 2020  493

संवाददाता/in24 न्यूज़.
हरियाणा में बीजेपी अपनी ही सहयोगी पार्टी से किसानों के मुद्दे पर घिर गई है. हरियाणा में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए किसानों का आंदोलन अब बड़ी मुश्किल बनता जा रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के पांच विधायक अब आंदोलन के समर्थन में खड़े हो गए हैं. वह इस गतिरोध के शीघ्र समाधान की मांग कर रहे हैं और उन कहना है कि सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए. पिछले सप्ताह जेजेपी के बरवाला विधायक जोगी राम सिहाग ने हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति से इनकार कर दिया था. चार और विधायकों - राम कुमार गौतम, ईश्वर सिंह, अमरजीत ढांडा और राम करन काला ने अलग-अलग बयान जारी कर किसानों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है. नेताओं ने किसानों के खिलाफ की जा रही अनुचित टिप्पणियों और आंदोलन को बदनाम करने की कोशिशों पर भी आपत्ति जताई है. राज्य में किसानों और ग्रामीण आबादी के बीच बड़े आधार के कारण जेजेपी पर इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाने का दबाव है. हरियाणा में कई किसान यूनियनों ने भी पिछले महीने सिरसा में धरना दिया और पार्टी नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की मांग की. खबरों के मुताबिक़ विधायकों के आंदोलन का समर्थन करते हुए जेजेपी के प्रवक्ता दीप कमल सहारण ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने पहले ही मांग की थी कि केंद्र लिखित रूप में एमएसपी के लिए गारंटी दे और किसानों पर मार्च तक के दिल्ली में पंजीकृत मामलों को वापस ले. उन्होंने कहा कि विधायकों का आंदोलन को समर्थन मुद्दे पर पार्टी के रुख के अनुरूप है. सभी दलों के विधायकों ने हरियाणा में किसान आंदोलन का समर्थन किया है. इससे पहले निर्दलीय दादरी विधायक सोमबीर सांगवान ने आंदोलन के समर्थन में हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दे दिया था और सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. बहरहाल बीजेपी के सामने यह बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि वह अब इस समस्या का सामना कैसे करती है.