अटल जी का जन्मदिन आज
25 Dec 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। 25 दिसंबर को जन्में अटल बिहारी वाजपेयी देश के ऐसे राजनेताओं में से एक थे, जिनका सम्मान विपक्ष भी करता था। उनकी हाजिर जवाबी का हर कोई दीवाना था। सदन से लेकर चुनावी रैली तक अटल जी को सुनने के लिए लोगों में बेचैनी हुआ करती थी। वह तंज भी इतनी कुशलता के साथ कसते थे कि सामने वाले को बुरा भी न लगे और बात उस तक पहुंच जाए। अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। पहली बार 13 दिन, दूसरी बार 13 महीने और फिर तीसरी बार पूरे पांच साल के लिए देश के पीएम बने थे। उनका कार्यकाल 1999 से 2004 तक था। अटल बिहारी वाजपेयी का नाम राजनीति में ईमानदार और पारदर्शक छवि रखने वाले नेताओं में शुमार है। अटल जी की के व्यक्तित्व की ही खासियत थी कि वो समर्थकों और विरोधियों में समान रूप से लोकप्रिय रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी आजीवन कुंवारे रहे। अक्सर विपक्ष के नेता और मीडिया उनसे यह सवाल कर ही देते थी कि आप ने शादी क्यों नहीं की ? अटल जी ने एक बार ऐसे ही बातों ही बातों में अपनी हाजिर जवाबी का परिचय देते हुए जवाब दिया था। अटल बिहारी वाजपेयी से एक बार सवाल पूछा गया कि आप अब तक कुंवारे क्यों हैं ? पत्रकारों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि 'मैं अविवाहित हूं लेकिन कुंवारा नहीं हूं।' भारत रत्न अटल बिहारी को अगर याद किया जाता है तो उनके दो गुण- 'कुशल वक्ता और उनके मजबूत इरादे' इसकी चर्चा जरूर होगी। कवि हृदय होने के बाद भी उनका व्यक्तित्व ऐसा था कि देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में वो पीछे नहीं हटे। उन्होंने 1 और 13 मई 1998 को परमाणु परीक्षण कर दुनिया को हैरान कर दिया था, उस वक्त अमेरिका जैसा देश भी भारत के इस कदम से हैरान हुए बिना नहीं रह पाया था। अटलबिहारी वाजपेयी ने अपने मजबूत इरादों के चलते रणनीतिक तौर पर पहली बार पोखरण में एक के बाद एक 5 परमाणु बम परीक्षण किए थे। यही वजह रही कि अटलजी के नेतृत्व में देश परमाणु शक्ति संपन्न देशों की सूची में शामिल हुआ। बतादें कि 1974 में पहले परमाणु परीक्षण के बाद करीब 24 साल तक भारत के परमाणु कार्यक्रम की दिशा में कोई बड़ी प्रगति नहीं दिखी थी। अब इसे अंतरराष्ट्रीय दबाव कहा जाए या फिर राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव, इस पर अलग से विमर्श की आवश्यकता होगी। लेकिन अटल जी ने वो कर दिखाया था जो इसके पहले नहीं हो पाया था। उन्हें जयंती पर शत शत नमन.