सरपंच चुनने के लिए नीलामी में दो करोड़ की लगी बोली

 29 Dec 2020  1274

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
भारत में अबतक चुनाव के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को चुनने की परंपरा या मनोनीत करने की परंपरा रही है. मगर अब एक ऐसा प्रयोग सामने आया है जिसके बारे में पहले नहीं सुना गया. बता दें कि महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत चुनावों को लेकर राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ रही हैं. प्रमुख राजनीतिक दलों सहित स्थानीय समूह सरपंच पद के लिए लामबंद हो रहे हैं. इस बीच नासिक जिले में एक घटना ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है, जहां सरपंच चुनने के लिए नीलामी में बोली लगाई गई है. उम्मीदवारों ने इस पद को हासिल करने के लिए करोड़ों की बोली लगाई. खबर के मुताबिक़ नासिक जिले के देवला तालुका में उमराने गांव सरपंच के पद की नीलामी की गई है. इसके लिए एक ग्राम सभा बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में सभी ग्रामीणों ने ग्राम देवता श्री रामेश्वर महाराज मंदिर के परिसर में भाग लिया. बैठक में रामेश्वर महाराज मंदिर के निर्माण के लिए एक नीलामी आयोजित की गई. बोली के विजेता को सरपंच के पद से सम्मानित किया जाना था. यह नीलामी पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष विश्वास तात्या देवरे के बेटे पूर्व जिला परिषद सदस्य और पूर्व उमरेन ग्राम पंचायत सरपंच प्रशांत विश्वासराव के नेतृत्व वाले पैनल द्वारा जीती ली गई. पैनल ने मंदिर के लिए 2 करोड़ 5 लाख रुपये की बोली लगाई थी. नीलामी के बाद ग्राम पंचायत चुनाव में उन्हें निर्विरोध घोषित किया गया. निर्णय के अनुसार ग्राम पंचायत को विजेता पैनल को सौंप दिया गया है. यह पहली बार है जब कलवन सतना देवला मालेगांव पंचक्रोशी में इस तरह का निर्णय लिया गया है. बता दें कि इस तरह का मामला भारत के लिए बेहद नया प्रयोग है.