कोरोना वैक्सीन पर अखिलेश यादव की खुदगर्ज़ी आई सामने
03 Jan 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़. `
अजब देश है भारत. यहां हर मुद्दे पर सियासत करने में नेता शर्म नहीं करते। मुद्दा कितना भी संवेदनशील क्यों न हो, बयानबाजी से पीछे नहीं हटते. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी सियासत शुरू कर दी है. अखिलेश ने किसान की आत्महत्या की घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी को दोषी ठहराया वहीं, कोरोना वैक्सीन को लेकर सरकार को अपनी सलाह दी है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि किसान आंदोलन में गाजीपुर बार्डर पर वयोवृद्ध किसान की आत्महत्या की खबर बेहद दुखद है, श्रद्धांजलि। किसान अपने भविष्य को बचाने के लिए जान दे रहा है लेकिन भाजपा सरकार बेतुके तर्कों व झूठे तथ्यों से काले कृषि कानून थोपना चाहती है। किसान की मृत्यु के लिए भाजपा दोषी है। वहीं, कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर अखिलेश यादव ट़वीट कर कहा कि कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और पुख्ता इंतज़ामों के बाद ही इसे शुरू करे। ये लोगों के जीवन से जुड़ा विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का खतरा नहीं उठाया जा सकता है। गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख घोषित हो। इसके पहले अखिलेश यादव ने शनिवार को कोरोना वायरस के टीके को लेकर नई बहस शुरू कर दी। जिसके जवाब में भाजपा संगठन और सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अखिलेश के बयान को देश के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का अपमान बताया। शनिवार को यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था, मैं तो नहीं लगवाऊंगा अभी टीका, मैंने अपनी बात कह दी। वह भी भाजपा लगायेगी, उसका भरोसा करूं मैं। अरे जाओ भई, अपनी सरकार आयेगी तो सबको फ्री वैक्सीन लगेगी। हम भाजपा का टीका नहीं लगवा सकते। अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुये प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को टीके पर भरोसा नहीं है और यह देश के डॉक्टरों और वैज्ञानिकों का अपमान है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी को टीके पर भरोसा नहीं है और उत्तर प्रदेश वासियों को उन पर (अखिलेश यादव) पर भरोसा नहीं है। उनका टीके पर सवाल उठाना, हमारे देश के चिकित्सकों एवं वैज्ञानिकों का अपमान है जिसके लिए उन्हें माफ़ी माननी चाहिए। अखिलेश यादव ने इसके बाद शनिवार शाम करीब सात बजे ट़वीट किया कि हमें वैज्ञानिकों की दक्षता पर पूरा भरोसा है पर भाजपा की ताली-थाली वाली अवैज्ञानिक सोच व भाजपा सरकार की वैक्सीन लगवाने की उस चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है, जो कोरोनाकाल में ठप सी पड़ी रही है। हम भाजपा की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। सपा की सरकार वैक्सीन मुफ़्त लगवाएगी। उधर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को अखिलेश यादव को टैग करते हुए ट़वीट किया, भ्रष्टाचार और गुंडा राज को समाप्त करने के लिए भाजपा की वैक्सीन कारगर साबित हुई है।आप कौन सी वैक्सीन की बात कर रहे हैं अखिलेश यादव जी! इस बीच शनिवार को ही समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा का भी कोरोना वायरस के टीके को लेकर विवादित बयान और वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने से व्यक्ति नपुंसक हो सकता है। यानी जो जिसके मन में आ रहा है वह बिना सोचे समझे बयानबाजी या ट्वीटबाजी करने में लगा हुआ है. सकारात्मक सियासत के बदले आज नकारात्मक सोच ने महज अपने स्वार्थ के लिए