हिमाचल के राज्यपाल से कांग्रेस नेताओं ने की धक्का मुक्की

 27 Feb 2021  1138

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
लगता है हिमाचल प्रदेश में कांग्रेसियों ने अनुशासन से नाता तोड़ लिया है। विधानसभा में हंगामा करने एवं राज्यपाल को कथित रूप से धक्का देने के कारण विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री समेत कांग्रेस के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है। शुक्रवार को जब अपने संबोधन के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय बाहर आ रहे थे तो कांग्रेसी सदस्यों ने कथित रूप से उन्हें धक्का दिया। स्पीकर विपिन परमार ने सदन को सूचित किया कि कांग्रेस के पांच विधायकों - मुकेश अग्निहोत्री, हर्ष वर्धन चौहान, सुंदर सिंह ठाकुर, सतपाल रायजादा और विनय कुमार को 20 मार्च तक पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर राज्यपाल को रोकने की कोशिश के लिए सभी पांच निलंबित विधायकों के खिलाफ शिमला के बोइयालगंज पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब विपक्षी सदस्यों ने राज्यपाल के साथ कथित तौर पर हाथापाई की। सदन में हंगामा उस वक्त शुरू हुआ जब सत्र के पहले दिन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय अपना संबोधन दे रहे थे और अग्निहोत्री अपनी सीट से उठ खड़े हुए और कहने लगे कि राज्यपाल के संबोधन में मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों का कोई उल्लेख नहीं है। विपक्षी विधायकों ने संबोधन को बाधित करने की कोशिश की। राज्यपाल ने अचानक अपना भाषण समाप्त कर दिया और कहा कि इसे (संबोधन को आधिकारिक रूप से) दर्ज किया जाए। उसके बाद अध्यक्ष ने सदन को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। जब राज्यपाल विधानसभा परिसर छोड़ने वाले थे, तो कांग्रेस विधायकों ने उनके मार्ग को अवरुद्ध करने का प्रयास किया। भाजपा के मंत्रियों और विधायकों ने हस्तक्षेप किया और कथित रूप से विपक्षी सदस्यों को एक तरफ धकेल दिया। बाद में अग्निहोत्री ने मीडिया को बताया कि ऐसा पहली बार हुआ जब राज्यपाल अपने 65 पृष्ठों वाले संबोधन के केवल दो पन्ने पढ़ने के बाद 'भाग गए'। उन्होंने कहा कि संबोधन में कोविड से संबंधित भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि और अन्य आम मुद्दों का उल्लेख नहीं है। बता दें कि लोकतंत्र में इस तरह की हरकत किसी भी सूरत में अच्छी नहीं कही जा सकती।