इमरजेंसी लगाना गलती थी : राहुल गांधी

 03 Mar 2021  1255

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज भी लोग इंदिरा गांधी द्वारा लगाई इमरजेंसी को नहीं भूल पाए हैं. आज भी उसकी जमकर आलोचना की जाती है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया आपातकाल एक गलती थी, लेकिन 1975 और वर्तमान हालात में अंतर बताया. राहुल गांधी ने कहा वर्तमान में लोकतांत्रिक संस्थानों पर कब्जा किया जा रहा है. कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर और मनमोहन सरकार के प्रमुख आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु के साथ एक ऑनलाइन बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि 1975 में जो हुआ वह गलत था, लेकिन यह उस समय के मूल रूप से वर्तमान अलग था. राहुल गांधी ने आरोप लगाया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न्यायपालिका, नौकरशाही, चुनाव आयोग और प्रेस सहित हर संस्थान में प्रवेश कर चुका है. लोकतंत्र पर चर्चा करते हुए गांधी ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में जब सत्ता में आई है, लोकतंत्र लगातार ख़त्म हो रहा है.उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि एक गलती थी. बिलकुल, वह गलती थी और मेरी दादी (इंदिरा गांधी) ने भी ऐसा कहा था. राहुल गांधी ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी में अंदरुनी लोकतंत्र को बढ़ावा देने की बात कई सालों से कर रहा हूं. इसके लिए मेरी ही पार्टी के लोगों ने मेरी आलोचना की थी. मैंने अपनी पार्टी के लोगों से कहा कि पार्टी में अंदरुनी लोकतंत्र लाना निश्चित तौर पर ज़रूरी है. यह मेरा आपसे सवाल है. इमरजेंसी के दौरान जब संवैधानिक अधिकार और नागरिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगा दिया गया था और मीडिया पर भी कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे और बहुत सारे विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया था, वह बुनियादी तौर पर आज की परिस्थितियों से अलग था. लेकिन कांग्रेस ने कभी भारत के संस्थागत ढांचे पर नियंत्रण का प्रयास नहीं किया और स्पष्ट तौर पर कहें तो कांग्रेस के पास ऐसी क्षमता ही नहीं है. कांग्रेस की यह शैली ही नहीं है कि वह उसे ऐसा करने की इजाजत दे. इमरजेंसी की घटना से परेशान लोग आज भी उसके लिए इंदिरा गांधी को जिम्मेदार मानते हैं.