केरल में निपाह ने फैलाया मौत का आतंक

 24 May 2018  1467

संवाददाता/In24 News 

 

केरल में इनदिनों निपाह के ख़तरनाक वायरस ने कहर बरपा रखा है। आपको बता दें कि निपाह वायरस का पहला मामला सबसे पहले सिंगापुर-मलेशिया में 1998 में सामने आया था। ये सबसे पहले सुअर, चमगादड़ या अन्य जीवों को प्रभावित करता है और इसके संपर्क में आने से मनुष्य भी इसका शिकार बन सकते हैं। इस बीमारी का आगमन भारत में पहली बार 2001 में  हुआ था और फिर 6  साल बाद, जिसके कारण 50 लोगो की मौत हुई थी 
 
 निपाह  वायरस (एनआईवी) संक्रमण एक नई और उभरती हुइ बीमारी है जो जानवरों और मनुष्यों दोनों में गंभीर बीमारी का कारण बनता है. मुख्य रूप से चमगादड़ द्वारा किए गए एक वायरस केरल में बड़े पैमाने पर आतंक पैदा कर रहा है। निपाह वायरस के कारण केरल राज्य में अब तक 14 लोग मौत के  मुंह में समा चुके हैं. इन मौतों ने सरकारी मशीनरी को सकते में डाल दिया है।
 
 एक राजनेता के अनुसार कालीकट जिले के लोगों में निपाह के नाम से घबराहट और ख़ौफ़ फ़ैल रही है,फिलहाल स्वास्थ्य मंत्री ने केरल के अलग-अलग हिस्सों में इस बीमारी का इलाज करने के लिए विशेषज्ञों को भेज दिया है। इन्सेफलेटिक सिंड्रोम के रूप में तेज संक्रमण बुखार, सिरदर्द, मानसिक भ्रम, विचलन, कोमा और आखिर में मौत होने के लक्षण इस बीमारी के तहत पाए जाते हैं मलेशिया में इसके कारण करीब 50 फीसदी मरीजों की मौत हो गई थी। अस्पतालों में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की देखभाल की जा रही है और कसाईखानों से भी सैम्पल एकत्र किए जा रहे हैं।