ई सिगरेट पर सरकार ने कसा शिकंजा

 19 Sep 2019  1005

संवाददाता/in24 न्यूज़।  
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में ई सिगरेट को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने का फैसला कर लिया है.केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट निषेध अध्यादेश घोषणा को मंजूरी दी सरकार ने ई सिगरेट के निर्माण वितरण और बिक्री पर पूरी तरह से बैन लगाने का फैसला किया है. ई सिगरेट का कारोबार करने पर सजा जुर्माना या दोनों का प्रावधान है.आपको बता दें की ई सिगरेट को नॉर्मल सिगरेट से बेहतर विकल्प माना जाता है.इससे जुड़ी नई जानकारियां सामने आने के बाद सरकार ई सिगरेट को तंबाकू उत्पादों की तरह एक नई समस्या के रूप में देख रही है सरकार ने अब इस पर रोक लगाने का फैसला लिया है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की इस मुद्दे पर बनाई गई समिति ने ई सिगरेट को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की सिफारिश की थी.हालांकि देश में कुछ राज्यों ने पहले से ही इसे प्रतिबंधित कर रखा है.हाल ही में अमेरिका में ई सिगरेट इस्तेमाल करने वाले 400 से ज्यादा लोग फेफड़े से जुड़ी बीमारी लीपोट निमोनिया का शिकार हुए हैं.यह तेल या तेल जैसा पदार्थ फेफड़े में जाने से होता है.अमेरिका के सेंटेंस फोर डिसीज कंट्रोल और प्रीवेंशन का मानना है कि इसका कारण ई सिगरेट में यूज होने वाले वेपिंग प्रोडक्ट हो सकते हैं.ई सिगरेट में निकोटीन के अलावा प्रोपिलीन ग्लाइकोल कैस्ट्रोल और ऑर्गेनिक एसिड्स समेत कई रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है.ई सिगरेट रिचार्जेबल बैटरी चलित उपकरण है जब कोई इसके जरिए कश लेता है तो इसमें लगा सेंसर एटमाइजर को सक्रिय कर देता है.जो इसके माउथपीस में जमा निकोटीन मिला तरल घोल को भाप में बदल देता है और पीने वाले को तंबाकू का स्वाद आता है.लेकिन इसमें धुआं,गंध और टार नहीं निकलता है.अमेरिका में ई सिगरेट से हुई कई लोगों की मौत की रिपोर्ट आने के बाद देश में इसमें पाबंदी की मांग उठ रही थी.जिसके बाद सरकार ने आखिरकार इसे प्रतिबंधित करने का फैसला ले लिया.