मां ने कर्ज नहीं चुकाया तो फाइनेंस कंपनी ने बेटे को बंधक बनाया, ब्रांच मैनेजर गिरफ्तार
09 Mar 2024
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
एक मां द्वारा कर्ज लेकर समय पर नहीं लौटाने की सज़ा बेटे को मिली है। झारखंड के गढ़वा में एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने समय पर कर्ज न चुका पाने पर एक महिला के 12 वर्षीय बेटे अनिश कुमार को बंधक बना लिया। इसकी शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने उसे 14 दिनों बाद शुक्रवार शाम को मुक्त कराया। पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के ब्रांच मैनेजर निगम यादव को गिरफ्तार कर लिया, जिसे शनिवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। कंपनी के दो अन्य कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गौरतलब है कि गढ़वा के भवनाथपुर थाना क्षेत्र की आशा देवी ने दो साल पहले महिला समूह के माध्यम से माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 40 हजार रुपए कर्ज लिया था। इसमें से उन्होंने 22 हजार रुपए जमा भी कर दिए थे। उसके बाद 18 हजार रुपए देने बाकी रह गए थे। बाकी रकम को चुकाने के लिए फाइनेंस कंपनी का मैनेजर निगम यादव लगातार उन पर दबाव बना रहा था, लेकिन पैसों का जुगाड़ नहीं होने की वजह से वे कर्ज नहीं चुका पा रही थीं। नाबालिग अनीश ने बताया कि दो हफ्ते पहले वह और उसकी बड़ी बहन घर में अकेले थे। उस दौरान बैंक के अफसर उसकी मां को खोजने आए। मां को खोजने के बहाने उन लोगों ने उसे गाड़ी पर बैठाया और नगर उंटारी हेन्हों मोड़ के पास स्थित ब्रांच में ले गए\, जहां उसे बंधक बना लिया गया। इसके बाद उसकी मां को सूचना दी गई कि जब तक बकाया पैसे नहीं लौटाओगी, तब तक बेटा हमारे कब्जे में रहेगा। इस दौरान बच्चे से नौकरों वाले काम कराए जाते थे। इसकी शिकायत मिलने पर नगर एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह ने पुलिस की टीम गठित कर बालक को फाइनेंस कंपनी के हेन्हों मोड़ के पास स्थित ब्रांच से मुक्त कराया। अनीश ने बताया कि बैंक का कर्मचारी उमाशंकर तिवारी उसके साथ मारपीट करता था। उससे गंदे कपड़े और जूठे बर्तन साफ कराने का काम लिया जाता था। शराब पीने के बाद उससे बोतलें भी फिंकवाते थे। उसे धमकी दी जाती थी कि तुम्हारी मां ने कर्ज नहीं चुकाया, तो तुम्हारी किडनी और आंखें निकाल कर बेच देंगे। फिलहाल आगे की करवाई शुरू है।