मीरा भाईंदर के लिए भरोसा सेल साबित हो रहा है वरदान

 01 Apr 2022  680

संवाददाता/in24 न्यूज़ 
 मीरा भायंदर वसई विरार आयुक्तालय के विशेष मुहिम भरोसा सेल की अपार सफलता का श्रेय जाता है मीरा भयंदर वसई विरार आयुक्तालय के पुलिस कमिश्नर सदानंद दाते को, पुलिस कमिश्नर सदानंद दाते ने महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को समय रहते न्याय दिलाने के लिए और किसी भी परिस्थिति में उनकी मदद करने के लिए भरोसा सेल की शुरुआत की है. जो मीरा भाईंदर वासियों के लिए वरदान साबित हो रहा है.दरअसल पुलिस कमिश्नर सदानंद दाते द्वारा शुरू किए गए इस भरोसा सेल मुहिम में अब तक 200 से अधिक आपसी विवाद से जुड़े मामलों को सुलझाने में पुलिस को कामयाबी मिली है. मामला चाहे पारिवारिक विवाद से जुड़ा हो, घरेलू हिंसा से जुड़ा हो या फिर संपत्ति विवाद से जुड़ा मामला हो, इस तरह के विवादों को निपटाने के लिए मीरा भायंदर वसई विरार आयुक्तालय ने बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अक्टूबर 2021 में भरोसा सेल की शुरुआत की थी, जो मुख्य रूप से महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों के लिए लगातार काम कर रहा है गौर करने वाली बात यह भी है कि मीरा भायदर शहर में भरोसा सेल मुहिम की शुरुआत के बाद लोगों का पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ने लगा है। मीरा भायंदर वसई विरार आयुक्तालय की ओर से शुरू किए गए इस भरोसा सेल की तरफ से न सिर्फ लोगों को इंसाफ दिलाने का काम होता है, बल्कि महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को कई तरह की सुविधाएं भी दी जाती हैं.यदि किसी महिला या बुजुर्ग को उसके घर से बेदखल कर दिया जाता है, या फिर पति और बच्चे उन्हें अपने पास नहीं रखते, तो उन्हें भरोसा सेल जीवन यापन करने के लिए रहने, खाने और रोजगार की सुविधा उपलब्ध करवाता है.इसके अलावा हिंसा के शिकार बच्चों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं भी दी जाती है.सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात ये है कि, भरोसा सेल के स्थापित होने के बाद पीड़ितों को न सिर्फ बड़े पैमाने पर इंसाफ मिल रहा है, बल्कि उन्हें उनके मौलिक अधिकारों की जानकारी भी मिल रही है.भरोसा सेल एक बेहतर समाज के निर्माण और महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने के लिए मील के पत्थर की भूमिका अदा कर रहा है, ऐसे में मीरा भायंदर वसई विरार आयुक्तालय के पुलिस कमिश्नर सदानंद दाते की इस सफल मुहिम को अपनाने की आवश्यकता बाकी के शहरों में भी होनी चाहिए ताकि आम जनमानस को न्याय के साथ साथ पुलिस व्यवस्था पर भी भरोसा हो सके. और पुलिस व जनता के बीच बनी खाई को पाटा जा सके ....