मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की संपत्ति जब्त करे मुंबई पुलिस - अनिल गलगली
20 Oct 2022
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़
मुंबई में होने वाले क्रिकेट मैच में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को मुंबई पुलिस सुरक्षा प्रदान करती हैं और उसके लिए शुल्क लिया जाता है. लेकिन विभिन्न मैचों का का अब तक 14.82 करोड़ बकाया है, जिसे मुंबई पुलिस ने वसूलने के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को 35 बार रिमांडर भेजा. इस बात की जानकारी खुद आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल गलगली ने मुंबई पुलिस से आरटीआई के जरिए हासिल की है. 35 रिमांडर भेजकर भी 14.82 करोड़ की बकाया राशि अदा करने को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन तैयार नहीं है. इस संबंध में 1 सितंबर, 2022 को पुलिस आयुक्त से मिलकर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की संपत्ति को बकाया भुगतान न करने पर जब्त करने की मांग अनिल गलगली ने की थी. हाल ही में एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बकाया माफ करने की मांग की थी. आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली के मुताबिक उन्होंने मुंबई पुलिस से जानकारी मांगी थी कि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को विभिन्न क्रिकेट मैच के लिए प्रदान की गई सुरक्षा और उसके लिए वसूल किए गए बंदोबस्त शुल्क की जानकारी दें. मुंबई पुलिस ने अनिल गलगली को गत 8 वर्षों में हुए मैच की जानकारी दी. इन मैचों में 2013 का महिला वर्ल्ड कप, 2016 का वर्ल्ड कप टी 20, 2016 में टेस्ट मैच, 2017 और 2018 की आईपीएल, वनडे मैच का कुल 14 करोड़ 82 लाख 74 हजार 177 रुपए बकाया अब तक मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने अदा नहीं किया है. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने गत 8 वर्ष में सिर्फ 2018 की आईपीएल क्रिकेट मैच का 1.40 करोड़ का शुल्क अदा किया है. 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 में हुए क्रिकेट मैच का शुल्क अब तक इसलिए वसूल नहीं किया गया क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने अब तक कितना शुल्क वसूला जाए, इसका आदेश जारी नहीं किया है. मुंबई पुलिस ने दावा किया है कि अब तक मुंबई पुलिस ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष को 35 रिमाइंडर भेजा है. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा शुल्क अदा न करने पर मुंबई पुलिस ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है.
अनिल गलगली ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर मांग की है कि बकाया राशि न अदा करने पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और एसोसिएशन की संपत्ति को जिलाधिकारी द्वारा नीलामी कर उनसे पैसे वसूलने की प्रक्रिया आरंभ किया जाए. अनिल गलगली का मानना है कि करोड़ों रुपये कमाने वाली मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का बकाया माफ करना गलत है. चूंकि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन एक बड़ी संस्था है और यदि इतनी बड़ी संस्था सरकारी खजाने में बकाया राशि भरने की बजाए उसे माफ करने की मांग करे तो उसके बाद ऐसे और भी कई मामले प्रलंबित हैं शासन को पैसे वसूलने है, वो भी एमसीए का हवाला देकर अपना बकाया राशि माफ करने की मांग करने लगेंगे ऐसी चर्चा अब मुंबई शहर में होने लगी है.