अब डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएं लिखनी होंगी नहीं तो होगी सख्त कार्रवाई
16 May 2023
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
महंगी दवाइयों से मरीज की परेशानी के मद्देनज़र देश में जेनरिक दवाओं (generic drugs) के इस्तेमाल को लेकर केंद्र सरकार अब सख्त हो गई है। सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर सभी डाक्टरों को जेनरिक दवा लिखने की हिदायत दी है। सरकार ने कहा कि अगर डॉक्टर पर्ची में जेनरिक दवा नहीं लिखते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य सेवा के डायरेक्टर जनरल ने आदेश जारी करते हुए इस बात की वार्निंग दी है कि जो कोई भी डॉक्टर जेनरिक दवाओं को अपने पर्ची में शामिल नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है। आदेश में कहा गया है कि कुछ डॉक्टरों की ओर से ब्रांडेड दवाएं लिखी जा रही हैं जो कि ठीक नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक इसके अतिरिक्त मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (MR) के डॉक्टरों से मिलने के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की गई हैं। डॉ. अतुल गोयल ने अपने नोटिस में डॉक्टरों को इस बात की हिदायत दी है कि किसी भी सूरत में अपनी पर्ची पर केवल जेनेरिक दवाओं को ही लिखें। उन्होंने यह फरमान जारी किया है कि बहुत सारे मामलों में कमेटी ने यह पाया है कि कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो अपनी पर्ची पर जेनरिक दवाओं का नाम नहीं लिख रहे हैं। ऐसे में जरूरी यह है कि इस बात को पूरी तरह से अमली जामा पहनाया जाए और पर्ची पर केवल और केवल जेनेरिक दवाएं ही लिखी जाएं। बता दें कि पहले भी ऐसे आदेश जारी किए गए थे, उसके बाद भी कुछ डॉक्टरों की ओर से पर्ची पर ब्रांडेड दवाएं लिखी जा रही हैं। ब्रांडेड दवाएं लिखने के पीछे एक जेनेरिक दवाइयों की उपलब्धता को भी जिम्मेदार ठहराया जाता है। अधिकतर सरकारी अस्पतालों में जेनरिक दवाओं की कमी के मामले भी सामने आ चुके हैं। बता दें कि ब्रांडेड दवाओं के मुकाबले जेनेरिक दवाएं मरीजों के लिए सस्ती और सुविधाजनक होती हैं।