2023 में भी वैश्विक मंदी बढ़ाएगी परेशानी

 18 Jan 2023  837

संवाददाता/in24 न्यूज़.
महंगाई से त्रस्त कोगों के लिए एक और परेशान करनेवाली खबर सामने आई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (world economic forum) की सालाना बैठक जारी है। इसी बीच दुनियाभर में चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आ रही है। आशंका जताई जा रही है कि 2023 में वैश्विक मंदी (global recession) आ सकती है। इसके अलावा अमेरिका और यूरोप में भी मौद्रिक तंगी (monetary crunch) की उम्मीद है। आर्थिक जानकारों के बीच यह भी आम सहमति है कि यूरोप और अमेरिका में विकास की संभावनाएं भी कम हैं। WEF के मुख्य अर्थशास्त्री 2023 में मंदी का आशंका जता रहे हैं। ‘Chief Economists Outlook: January 2023’ में इस बात का खुलासा हुआ है। WEF की तरफ से विज्ञप्ति के मुताबिक करीब दो तिहाई मुख्य अर्थशास्त्रियों का मानना है कि 2023 में वैश्विक मंदी की आशंका है। इनमें से 18 फीसदी इसकी सबसे ज्यादा आशंका जता रहे हैं। फोरम के मुताबिक, यह आम सहमति बनी हुई है की 2023 में विकास की संभावनाएं कम हैं। इनमें यूरोप और अमेरिका में स्थिति ज्यादा खराब है। चीन के बारे में जानकारों की राय बंटी हुई है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि चीन में भारी प्रतिबंधों वाली जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देने के फैसले से वृद्धि में बढ़त के आसार हैं, लेकिन यह देखना बाकी है कि नीति में बदलाव स्वास्थ्य के लिहाज से कैसा होगा। WEF के मुख्य अर्थशास्त्रियों ने 2023 में उच्च मुद्रास्फीति की संभावनाएं जताई हैं। वहीं दूसरी तरफ भारत छोटे और मध्यम उद्यमों की क्षमताओं को विस्तार देने के लिए अपना खाद्यान तंत्र विकसित करने वाले चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है। WEF की सोमवार को जारी एक अध्ययन रिपोर्ट में यह आकलन पेश किया गया। मंच की 53वीं वार्षिक बैठक के पहले दिन जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि खाद्यान संकट से निपटने में सक्षम हो चुके देश रोजगार, स्वास्थ्य और प्रकृति में भी उछाल हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हें शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्यों को भी हासिल करने में आसानी होगी। यानी साल 2023 भी आर्थिक रूप से परेशानी वाला साल होगा।