अब बुलेटप्रूफ होगी महाराष्ट्र पुलिस 

 12 May 2017  1465
ब्यूरो रिपोर्ट/in24  न्यूज़, मुंबई

मुंबई पर 2008 जब आतंकवादी हमला हुआ था तब हमारी पुलिस के कई बहादुर जवानों ने अपनी जान गंवाई थी. तब यह विवाद भी जोर शोर से उठा था कि पुलिस के पास जो बुलेटप्रूफ जैकेट थे, वो भरोसेमंद नहीं निकले। मगर अब  नौ साल बाद महाराष्ट्र पुलिस 'बुलेटप्रूफ' होने जा रही है। राज्य की पुलिस ने एमकेयू कानपुर को पांच हज़ार बुलेटप्रूफ जैकेट का ऑर्डर दिया है। कंपनी जर्मनी से जैकेटों को आयात करेगी। मुंबई पुलिस के अडिशनल डायरेक्टर जनरल वी.वी. लक्ष्मीनारायण के अनुसार हम मुंबई पुलिस, क्विक रेस्पॉन्स टीम, फोर्स वन, स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स, स्पेशल फोर्स, गढ़चिरोली पुलिस और पुलिस नक्सल इलाकों में तैनात हमारी सेनाओं को बुलेटप्रूफ जैकेट उप्लब्ध कराएंगे। चंडीगढ़ में सेंट्रल फॉरेंसिक लैबरेटरी में जैकेट का परीक्षण किया गया है और परिणाम सकारात्मक रहे हैं। एके सीरीज की राइफल्स, सेल्फ लोडिंग राइफल्स, एमपी 5 टॉमीबाइन बंदूकें, इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम (आईएनएसएएस) और अन्य आधुनिक हथियारों से सुरक्षा देने के लिए इन जैकेटों का परीक्षण किया गया है। जून में डिलिवरी मिलने के बाद  उनकी पुनः जांच की जाएगी। दो लाख की संख्या वाले महाराष्ट्र पुलिस बल में वर्तमान में केवल दो हजार बुलेटप्रूफ जैकेट हैं, जो मार्च 2011 में केंद्र द्वारा दी गई थीं। नए और बेहतर क्वॉलिटी वाले एक जैकेट की लागत 32,474 रुपए होगी। इसके बाद 2011 में सरकार ने 6 करोड़ रुपए में 80 बम सूट खरीदने के आदेश दिए थे। लेकिन ये सूट खराब क्वॉलिटी के थे और कभी बांटे नहीं गए। सरकार ने आपूर्ति कंपनी टेक्नो ट्रेड इंपेक्स और इसके निर्देशकों बिमल अग्रवाल, बरखा और किशोर अग्रवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी। दो लाख की संख्या वाले महाराष्ट्र पुलिस की सुरक्षा की नज़रिए से इन्हें बुलटप्रूफ़ जैकेट प्रदान करना एक स्वागतयोग्य कदम है.