मुंबई के बांद्रा वर्ली सी लिंक से भी दस गुना बड़ा है चीन का सी-ब्रीज़

 23 Oct 2018  1484
संवाददाता/in24 न्यूज़।

सरहदों को मिलाने के लिए नई-नई तकनीकें और योजनायें बनाई जाती हैं और उन पर काम किया जाता है जिसके जरिये एक देश से दूसरे देश आसानी से आया-जाया जा सके। साथ ही  एक - दूसरे देशों की नजदीकियां बढ़ सकें और लोगों में आवागमन और यातायात में आसानी हो सके.  इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए ब्रीज़ और सड़कों का निर्माण किया जाता है. अभी हाल ही में एक नये ब्रीज़ का निर्माण किया गया है जिसकी शुरुआत मंगलवार को चीन में दुनिया का सबसे लंबा 'सी ब्रीज़' यातायात के लिए खोल दिया गया. इसकी लंबाई 34 मील यानी 55 किलोमीटर है और यह हांगकांग और मकाऊ के साथ ही चीन के झुहाई शहर को जोड़ेगा.
इस पुल को बनाने में काफी समय और मेहनत लगी है. इसके लिए 6 साल तक प्लानिंग की गई. इसे बनाने के दौरान एक अंडरग्राउंड सुरंग खोदी गई क्योंकि समुद्री जहाजों का रूट बाधित न हो. इसके अलावा 625 मीटर क्षेत्रफल वाला एक कृत्रिम द्वीप भी समुद्र के बीच बनाया गया, ताकि पुल बनाने में आसानी हो सके. गौरतलब है कि इस पुल को बनाने में  8 साल लगे
इसे बनाने के लिए जाने माने इंजीनियरों की तकनीक भी लोगों को बहुत लुभाने वाली है. यह पुल चीन के ग्रेटर बे इलाके में व्यापार को बढ़ावा देने के साथ एक बड़ा इकोनॉमिक हब बना सकता है 
इससे चीन से सामान को हांगकांग एयरपोर्ट ले जाना बहुत आसान हो जाएगा. जहां से इस सामान को आसानी से दुनिया भर में भेजा जा सकेगा. बता दें कि हांगकांग एयरपोर्ट माल ढुलाई के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है.
चीन का यह सी-ब्रीज़ भारत के सबसे बड़े सी लिंक बांद्रा वर्ली  से करीब 10 गुना बड़ा है. भारत ने केबल तारों पर टिके इस 8 लेन के सी-लिंक की कल्पना 90 के दशक में की थी. हालांकि इसके बनाने के दौरान  इसका विरोध किया गया था. जिसमें मछुआरों और पर्यावरणविदों की याचिकाएं शामिल थीं