मुंबई पुलिस की कस्टडी में आरोपी ने की आत्महत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल !
02 May 2024
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग के मामले में एक आरोपी ने पुलिस कस्टडी में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है.पुलिस कस्टडी में जान देने वाले आरोपी की पहचान 23 साल के अनुज थापन के रूप में हुई है.आरोपी की मौत के बाद अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं.मुंबई के वकील अमित मिश्रा ने आरोपी की मौत पर सवाल उठाए हैं और उन्होंने इसे बेहद गंभीर विषय बताया है.उन्होंने कहा कि हमे पहले से ही यह शक था, कि पुलिस कस्टडी में आरोपियों की मौत हो सकती है.वकील अमित मिश्रा ने कहा कि इस केस में जो पीड़ित है, वो एक प्रभावशाली व्यक्ति है, जो बाकी के अन्य आरोपी है उनकी भी जान को खतरा है.उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह से इस मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी से कराने की मांग की है. बता दें कि मुंबई के बांद्रा इलाके में सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर 14 अप्रैल की सुबह दो लोगों ने गोलियां चलाई थीं.वहीं मुंबई पुलिस ने दोनों आरोपी शूटर 24 साल के विक्की गुप्ता और 21 साल के सागर पाल को गुजरात से गिरफ्तार किया था.इसके अलावा हथियार मुहैया कराने के इल्ज़ाम में सोनू कुमार चंदर बिश्नोई और अनुज थापन को पंजाब से गिरफ्तार किया था.पुलिस के मुताबिक अनुज थापन ने हवालात के टॉयलेट में चादर से फंदा बनाकर फांसी लगाने की कोशिश की.थापन को सरकारी जीटी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है.
दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में दुर्घटना से मौत का मामला दर्ज किया गया है.थापन मूल रूप से पंजाब का रहने वाला था.बेहद सुरक्षित माने जाने वाले मुंबई पुलिस मुख्यालय में मौजूद है क्राइम ब्रांच का दफ्तर, जिसके अंदरूनी परिसर में पुलिस क्राइम ब्रांच लॉकअप है.इस लॉकअप में कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य अनुज थापन ने कथित तौर पर अपनी जान दी है.इस सनसनीखेज घटना ने मुंबई पुलिस की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं.प्रशासनिक सुरक्षा के दावों की कलई खोलती इस घटना ने सबकी चिंता बढ़ा दी है कि मुंबई पुलिस मुख्यालय में भी अपराधी जान दे सकते हैं.मुंबई पुलिस मुख्यालय में चौबीसों घंटे पुलिस की सख्त निगरानी और हाई लेवल के सीसीटीवी कैमरे लगे रहते हैं.मीडिया में खबर आने के बाद मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं. बता दें कि पिछले 9 महीना में कस्टोडियल डेथ का यह तीसरा मामला है.हालांकि, इस मामले में लापरवाही बरतने वाले कुछ पुलिसकर्मियों पर गाज गिरना तय है.