मन की बात में पीएम मोदी बोले भारत ने निर्यात में बनाया कीर्तिमान

 27 Mar 2022  413

संवाददाता/in24 न्यूज़।
इस महीने के अपने कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री ने देश को सम्बोधित किया। पीएम मोदी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और महात्मा ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों की पढ़ाई पर विशेष रूप से फोकस करें। पीएम मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के 87वें अंक में आज कहा कि अप्रैल के महीने में हम दो महान विभूतियों - महात्मा फुले और बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती भी मनाएंगे। इन दोनों ने ही भारतीय समाज पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ा है। महात्मा फुले की जयंती 11 अप्रैल को है और बाबा साहब की जयंती हम 14 अप्रैल को मनाएंगे। इन दोनों ही महापुरुषों ने भेदभाव और असमानता के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी। महात्मा फुले ने उस दौर में बेटियों के लिए स्कूल खोले, कन्या शिशु हत्या के खिलाफ आवाज़ उठाई। उन्होंने जलसंकट से मुक्ति दिलाने के लिए भी बड़े अभियान चलाए।  उन्होंने कहा कि महात्मा फुले की इस चर्चा में सावित्री बाई फुले का भी उल्लेख उतना ही ज़रूरी है। सावित्री बाई फुले ने कई सामाजिक संस्थाओं के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई। एक शिक्षिका और एक समाज सुधारक के रूप में उन्होंने समाज को जागरूक भी किया और उसका हौसला भी बढाया। दोनों ने साथ मिलकर सत्यशोधक समाज की स्थापना की। जन-जन के सशक्तिकरण के प्रयास किए। हमें बाबा साहब अम्बेडकर के कार्यों में भी महात्मा फुले के प्रभाव साफ़ दिखाई देते हैं। वो कहते भी थे कि किसी भी समाज के विकास का आकलन उस समाज में महिलाओं की स्थिति को देख कर किया जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति में सबको 100 वर्ष के स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी जाती हैं। हम सात अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाएंगे। आज पूरे विश्व में हेल्थ को लेकर भारतीय चिंतन चाहे वो योग हो या आयुर्वेद इसके प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि चेक डैम बनाने हों, बारिश के पानी का संग्रहण हो, तो इसमें व्यक्तिगत प्रयास भी अहम हैं और सामूहिक प्रयास भी जरूरी हैं। जैसे आजादी के अमृत महोत्सव में हमारे देश के हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर बनाए जा सकते हैं। उन्‍होंने बच्‍चों से गर्मियों में पानी बचाने की बात भी कही। पीएम मोदी बोले क‍ि आज आयुष इंडस्‍ट्री का बाजार भी लगातार बड़ा हो रहा है। छह साल पहले आयुर्वेद से जुड़ी दवाइयों का बाजार 22 हजार करोड़ रुपये के आसपास का था, लेक‍िन आज यह एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये के आसपास पहुंच रहा है। लोकल बनाम ग्लोबल पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों का ये सामर्थ्य अब दुनिया के कोने-कोने में, नए बाजारों में पहुंच रहा है। जब एक-एक भारतवासी लोकल के लिए वोकल होता है, तब, लोकल को ग्‍लोबल होते देर नहीं लगती है। पीएम ने कहा कि 126 वर्ष की आयु और बाबा शिवानंद की फिटनेस, दोनों आज देश में चर्चा का विषय है। मैंने सोशल मीडिया पर कई लोगों का कमेंट देखा कि बाबा शिवानंद अपनी उम्र से चार गुना कम आयु से भी ज्यादा फिट हैं। पीएम मोदी बोले कि हाल ही में हुए पद्म सम्मान समारोह में 126 साल के स्‍वामी शिवानंद जी की फुर्ती देखकर मेरी तरह हर कोई हैरान हो गया होगा। वो बोले, ‘मैंने देखा वह पलक झपकते ही नंदी मुद्रा में प्रणाम करने लगे। इसके बाद मैंने भी बाबा शिवानंद जी को झुककर बार-बार प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल, उत्तराखंड में पैदा हुए मिलेट्स मोटे अनाज की पहली खेप डेनमार्क को निर्यात की गई है। आंध्र प्रदेश के कृष्णा और चित्तूर जिले के बंगनपल्ली और सुवर्णरेखा आम दक्षिण कोरिया को निर्यात किए गए। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक साल में GeM पोर्टल के जरिए सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की चीजें खरीदी हैं। देश के कोन-कोने से करीब-करीब सवा लाख लघु उद्यमियों और छोटे दुकानदारों ने अपना सामान सरकार को सीधे बेचा है। भारत ने पिछले सप्ताह 400 बिलियन डॉलर यानी 30 लाख करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट का टारगेट हासिल किया। पहली बार सुनने में लगता है कि ये अर्थव्यवस्था से जुड़ी बात है, लेकिन यह अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा, भारत के सामर्थ्य और भारत की क्षमता से जुड़ी बात है। उन्होंने कहा कि देश विराट कदम तब उठाता है जब सपनों से बड़े संकल्प होते हैं। जब संकल्पों के लिए दिन-रात ईमानदारी से प्रयास होता है, तो वो संकल्प, सिद्ध भी होते हैं और आप देखिये, किसी व्यक्ति के जीवन में भी तो ऐसा ही होता है। बता दें कि आनेवाले त्योहारों की भी पीएम मोदी ने बधाई दी।