पीएम मोदी ने 10 लाख डॉलर देने की घोषणा के साथ बिम्सटेक की क्षेत्रीय सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देने की बात की

 30 Mar 2022  320

संवाददाता/in 24 न्यूज़.
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिम्सटेक के शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि बिम्सटेक देशों के बीच काम को और प्रभावी बनाने के लिए भारत 10 लाख डॉलर उपलब्ध करायेगा। साथ ही आपदा प्रबंधन और आपदाओं का खतरा कम करने से जुड़े काम को पुनर्जीवित करने के लिए बिम्सटेक सेंटर फॉर वेदर एंड क्लाइमेट चेंज (बीसीडब्ल्यूसी) को 30 लाख डॉलर भी उपलब्ध कराये जाएंगे। पीएम मोदी ने सदस्य देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बिम्सटेक एफटीए वार्ता में भी प्रगति किये जाने की जरूरत पर बल दिया। बिम्सटेक के श्रीलंका में हो रहे शिखर सम्मेलन की थीम “बिमस्टेक - लोचदार क्षेत्र, समृद्ध अर्थव्यवस्थाएं और स्वस्थ जन की ओर” है। पीएम मोदी ने कहा कि इस संगठन को अस्तित्व में आये आज 25 साल हो गये जो इसके महत्व को बताता है। इस शिखर सम्मेलन से बिम्सटेक के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ जायेगा जब संगठन के तहत विभिन्न मोर्चों पर प्रगति करने के साथ साथ बिम्सटेक चार्टर और सदस्य देशों के बीच बेहतर संपर्क के लिए समझौतों को स्वीकार किया गया। उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे को अध्यक्षता कर बिम्सटेक को योग्य प्रतिनिधित्व मुहैया कराने के लिए धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लोग और हमारी अर्थव्यवस्थाएं अब भी कोविड महामारी के प्रभावों को झेल रहीं हैं और यूरोप में चल रही उठापटक ने वैश्विक व्यवस्था की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिये हैं। ऐसे में बिम्सटेक चार्टर की मदद से क्षेत्रीय सुरक्षा पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है, जो संगठन को एक संस्थागत ढांचा मुहैया कराता है। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक ने हर दो साल में शिखर सम्मेलन और सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हर साल बैठक करने का फैसला किया है और वह इन फैसलों का स्वागत करते हैं। संगठन को अब मजबूती के साथ-साथ अधिक लचीला होने पर ध्यान देना चाहिए। पीएम मोदी ने बिम्सटेक देशों के लोगों को भारत के नालंदा विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति दिये जाने की संभावनाओं को भी विस्तारित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि बंगाल की खाड़ी को क्षेत्र में सुरक्षा एवं समृद्धि का पुल बनाया जाये। उन्होंने अगले शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करने के लिए थाइलैंड का स्वागत किया। बता दें कि पीएम मोदी ने इस पूरे मामले के प्रति अपनी गंभीरता दर्शाई है।