हिमाचल में दो साल बाद बिना बंदिशों के होंगे चैत्र नवरात्र दर्शन

 01 Apr 2022  312

संवाददाता/in24 न्यूज़. 

आज से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र इस बार खास है। कोरोना काल में दो साल बाद बिना किसी बंदिश के श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। मंदिरों में अब घंटियों की मधुर ध्वनि सुनाई देगी। लंगर भी लगाए जाएंगे। कांगड़ा की शक्तिपीठों में इस बार क्यूआर कोड स्कैन कर श्रद्धालु दान दे सकेंगे। सीसीटीवी और ड्रोन से पूरी नजर रखी जाएगी। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को देखते हुए मेडिकल टीमें भी तैनात रहेंगी। चैत्र नवरात्रों में धारा-144 लागू रहेगी। मंदिर के अंदर ढोल नगाड़े और नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। विश्वविख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी में चैत्र नवरात्रों के दौरान ड्रोन से मेले की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। मंदिर में ढोल-नगाड़े और नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालु मंदिर में जगह-जगह लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर दान दे सकते हैं। सुबह 5 बजे गर्भ गृह के कपाट खोले जाएंगे। 75 सुरक्षा कर्मी मंदिर में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। 30 अस्थायी कर्मचारी रखे जाएंगे। 30 अतिरिक्त सफाई कर्मियों को भी रखा जाएगा। बाहरी श्रद्धालु एसडीएम की अनुमति से लंगर लगा सकेंगे। एसडीएम मनोज ठाकुर व एसीएफ राजेंद्र कुमार ने बताया कि चैत्र नवरात्रों में धारा-144 लागू रहेगी। श्रद्धालुओं को निशुल्क दवाइयां उपलब्ध होंगी। शहर में यातायात, पेयजल और बिजली व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। श्रद्धालुओं के लिए सहायता कक्ष बनाया जाएगा। शहर को 6 सेक्टरों में बांटा जाएगा। पार्किंग चयनित स्थलों पर ही होगी। श्रद्धालुओं को मंदिर की ओर एक साथ नहीं जाने दिया जाएगा। मंदिर में भीड़ इकट्ठा होने से भगदड़ मचने का खतरा रहता है। लाउडस्पीकर से सूचना दी जाएगी कि श्रद्धालु अपने होटल, गेस्ट हाउस और सराय में ही रहें। मंदिर में श्रद्धालु कम होने की सूचना लाउडस्पीकर पर दे दी जाएगी। बड़े वाहन शहर के बाहर चयनित स्थलों पर ही खड़े होंगे। व्यापार मंडल अध्यक्ष अनीश सूद ने बताया कि नवरात्रों में मंदिर में हलवे का प्रसाद नहीं चढ़ेगा। बता दें कि आज से हिंदू नववर्ष भी शुरू हो रहा है।