परीक्षा को ही बना लें अपना त्यौहार : परीक्षा पे चर्चा में पीएम मोदी का गुरुमंत्र

 01 Apr 2022  364

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज नई दिल्‍ली के तालकटोरा स्‍टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के 5वें संस्‍करण में विश्‍वभर के विद्यार्थियों, अध्‍यापकों और अभि‍भावकों के साथ बातचीत की। यह एक बहुप्रतीक्षि‍त वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री परीक्षा को लेकर विद्यार्थ‍ियों के तनाव से जुडे़ प्रश्‍नों के उत्‍तर देते हैं। इस कार्यक्रम में मोदी बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थ‍ियों से चर्चा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने शुरुआत में स्टूडेंट्स से पूछा कि आप लोगों को टेंशन है या फिर पैरेंट्स को? पीएम ने आगे कहा कि कुछ लोगों की शिकायत रहती है कि उनकी बात रह गई। पर इस बार कोशिश रहेगी कि जो सवाल रह जाएंगे, उन्हें बाद में कई माध्यमों से नमो ऐप पर रखेंगे। उसमें भी नया प्रयोग करते हुए एक साइट बनाई गई है। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा लग रहा कि मुझे ही तैयारी से गुजरना होगा। आपको सोचना होगा कि क्या आप पहली बार परीक्षा देने जा रहे हैं। मतलब आप बहुत सारे एग्जाम दे चुके हैं। इतना बड़ा समुंदर पार करने के बाद किनारे पर डूबने का डर रहता है क्या? मन में तय कर लें कि परीक्षा जीवन का एक सहज हिस्सा है। पीएम मोदी ने कहा कि मन में तय कर लीजिए कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है। हमारी विकास यात्रा के ये छोटे-छोटे पड़ाव हैं। इस पड़ाव से पहले भी हम गुजर चुके हैं। पहले भी हम कई बार परीक्षा दे चुके हैं। जब ये विश्वास पैदा हो जाता है तो आने वाले एक्जाम के लिए ये अनुभव आपकी ताकत बन जाता हैं। परीक्षा में मार्क्स, परफॉर्मेंस को लेकर चिंता के सवाल पर उन्होंने कहा कि परीक्षा हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है। हम जीवन के हर स्तर पर किसी न किसी परीक्षा से गुजरते हैं। परीक्षा के समय को भी दैनिक दिनचर्या की तरह ही लीजिए। आप जो करते आए हैं वही करिए और उसमें विश्वास रखिए। एक फेस्टिवल मूड में एग्जाम दीजिए, आप सफल होकर रहेंगे। पीएम मोदी ने विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए कहा कि अप्रैल त्योहारों का महीना होता है, साथ ही परीक्षाओं का भी। इसलिए हमारे स्टूडेंट्स त्योहारों का ठीक से आनंद नहीं उठा पाते। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप परीक्षा को ही अपना त्यौहार बना लें। बता दें कि परीक्षा से पहले विद्यार्थियों को जिस तरह की चिंता रहती है उस स्थिति से बचने के लिए परीक्षा पे चर्चा एक रचनात्मक भूमिका निभाने में सक्षम है।