पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के निशाने पर थी पीएम मोदी की पटना रैली

 24 Sep 2022  314

संवाददाता/in24 न्यूज़.
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रैली को टारगेट करने की योजना बनाई थी और यूपी में संवेदनशील स्थानों और व्यक्तियों पर हमले शुरू करने के लिए आतंकवादी मॉड्यूल, घातक हथियारों और विस्फोटकों के संग्रह में यह विवादित संगठन शामिल था। यह खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने केरल से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मेंबर शफीक पैठ से पूछताछ के दौरान हुआ। शफीफ पैठ ने NIA को बताया है कि उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना रैली थी। शरीफ के मुताबिक PFI लीडर रैली के दौरान माहौल बिगाड़ना चाहते थे। इसके लिए बाकयदा बैनर- पोस्टर भी बनाए गए थे। NIA की ओर से की गई पूछताछ में शफीक ने बताया कि इसी साल 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना में रैली थी। ये रैली PFI के टारगेट पर थी। जांच के दौरान ये भी पता चला है कि PFI के एकाउंट में एक साल में करीब 120 करोड़ रुपए डिपॉजिट किए गए थे। इसके साथ ही जितना पैसा अकाउंट में जमा किया गया था उससे दोगुना रुपया कैश के रूप में एकत्र किया गया था। NIA की जांच में ये भी जानकारी मिली है कि ये करोड़ों रुपये की रकम न सिर्फ हिंदुस्तान के अलग-अलग शहरों से, बल्कि विदेशों से भी एकत्र की गई थी। इस पैसे का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में किया जा रहा था। इस एक्शन के दौरान देशभर के कई हिस्सों से 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां केरल से हुईं थीं। केरल से 22 लोगों को NIA ने गिरफ्तार किया गया था। पीएफआई ने अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पहले ही कई संगठन तैयार कर लिए थे। जिनके जरिए देश में अपने एजेंडे को जारी रखने के लिए PFI ने पूरा प्लान बनाया हुआ था। हालांकि इसकी भनक जैसे ही एजेंसियों को लगी तो उन्होंने इसका भंडाफोड़ कर दिया। जानकारी के मुताबिक पीएफआई ने एक या दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे संगठन तैयार किए हैं। आंतरिक सुरक्षा कार्यालय के हाई लेवल दस्तावेजों के अनुसार इन संगठनों को सरकारी एजेंसी के प्रतिबंध से बचने और आतंकी एजेंडा फैलाने के लिए तैयार किया गया है।  बता दें  कि इनदिनों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडियाके  खिलाफ लगातार कार्रवाई शुरू है।