किसान आंदोलन पर अब ड्रोन से निगरानी

 06 Feb 2021  686

संवाददाता/in24 न्यूज़.
किसान आंदोलन की निगरानी के लिए अब पुलिस ने का सहारा लिया है. किसानों ने सोमवार को 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम की घोषणा की थी, जिसके कारण शाहजहांपुर (दिल्ली-राजस्थान) सीमा सहित दिल्ली-एनसीआर में भारी पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. यहां कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री और रिजर्व फोर्सेस के लगभग 50,000 कर्मियों को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में तैनात किया गया है. पुलिस ने कहा कि कम से कम 12 मेट्रो स्टेशनों को भी अलर्ट पर रखा गया है. अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को कहना चाहूंगा कि देश की आवाज़, देश के किसानों की बात सुननी चाहिए और जल्दी ही ये 3 कानूनों को रद्द करना चाहिए. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सभी किसान यूनियन विरोध में हिस्सा ले रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े किसानों के संगठन भारतीय किसान संघ ने कहा कि वे चक्का जाम का समर्थन नहीं करेंगे. दो महीने से अधिक समय से कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर हजारों किसान राजधानी की सीमाओं पर हैं. किसान नेताओं और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता हुई लेकिन ये सभी गतिरोध को समाप्त करने में विफल रहे. संयुक्ता किसान मोर्चा ने केंद्रीय बजट 2021 की घोषणा के बाद 1 फरवरी को सड़क ब्लॉक का आह्वान किया. स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार ने नए बजट में भारतीय खाद्य निगम को वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की है. दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि पुलिस फर्जी खबरों और भड़काऊ सामग्री पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया पोस्टों पर भी नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोग अफवाह न फैलाएं. हम उपाय कर रहे हैं कि उपद्रवी दिल्ली में प्रवेश न करें. बिस्वाल ने कहा, हम दूसरे राज्यों की पुलिस के भी संपर्क में हैं. बता दें कि किसान आंदोलन के माध्यम से कृषि कानून वापस लेने की मांग जारी है.