ग्लेशियर टूटने से चमोली में हाहाकार
07 Feb 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
चमोली में कुदरत का खतरनाक कहर देखने को मिला है. उत्तराखंड के चमोली जिले में प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर लोगों को दहला दिया है। यहां पर ऋषिगंगा नदी में पहाड़ी से ग्लेशियर टूटकर गिर गया। इस वजह से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान हुआ है। साथ ही कई लोगों के लापता होने की खबर है। उत्तराखंड डीजीपी ने चमोली के निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। ऋषिगंगा प्रोजेक्ट से जुड़े उनके 50-75 मजदूर लापता हैं। इसके अलावा कई घरों के बहने की आशंका है। राहत एवं सहायता के लिए एसडीआरएफ के साथ-साथ आईटीबीपी के जवान मौके के लिए रवाना हो गए हैं। इस भयंकर हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का भी बयान आ गया है। उन्होंने कहा, टचमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें। सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है।’ तपोवन पावर प्रोजेक्ट का डैम टूट गया है, जिसमें मजदूरों के बह जाने की आशंका जताई जा रही है। यहां फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवानों को प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। ग्लेशियर के टूटने के बाद यहां की कई नदियों में बाढ़ आ गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्थिति का जायजा लेने और बचाव व राहत कार्यों की निगरानी के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। ऋषिकेश और हरिद्वार में भले ही आपदा का असर महसूस न किया गया हो, लेकिन इन शहरों को अलर्ट पर रखा गया है।सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि जिस जगह पर ग्लेशियर टूटा है, वहां इंसानों की बस्तियां तो बहुत ज्यादा नहीं थीं, लेकिन कई बिजली परियोजनाएं इससे प्रभावित हुई हैं। सरकार ने क्षेत्र के लोगों से गंगा नदी के पास न जाने की अपील की है। इस हादसे के बाद देश भर में शोक फ़ैल गया है.