काले धन के स्रोत को डिजिटल ट्रांजेक्शन ने किया कम - पीएम मोदी

 17 Feb 2021  747

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज डिजिटल का ज़माना है. पहले की अपेक्षा कई गुणा काम ऑनलाइन हो रहा है. सरकार ने डिजिटल को बढ़ावा देने का काम लगातार किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नैसकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम में हिस्सा लिया. पीएम ने कहा कि ऐसा समय है जब दुनिया भारत को पहले से ज्यादा उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है. कोरोना के दौरान हमारे ज्ञान-विज्ञान और हमारी टेक्नोलॉजी ने खुद को साबित किया है। आज हम दुनिया के अनेकों देशों को मेड इन इंडिया वैक्सीन दे रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत के आईटी सेक्टर ने अपने पैर दुनिया में कई साल पहले ही जमा दिए थे. हमारी सरकार जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती है. इसलिए सरकार द्वारा IT सेक्टर को अनावश्यक बंधनों से बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं. जब हर सेक्टर कोरोना से प्रभावित था तब भी आपने करीब 2 फीसदी की ग्रोथ हासिल की। जब डी ग्रोथ की आशंका जताई जा रही थी तब भी अगर भारत की आईटी इंडस्ट्री अपने रेवेन्यू में 4 बिलियन डॉलर और जोड़े तो ये सचमुच में प्रशंसनीय है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि कोरोना के दौरान लाखों नए रोज़गार देकर आईटी इंडस्ट्री ने सिद्ध किया है कि वो भारत विकास का मजबूत पिलर क्यों है. नया भारत हर भारतवासी, प्रगति के लिए अधीर है। हमारी सरकार नए भारत के युवाओं की इस भावना को समझती है. 130 करोड़ से अधिक भारतवासियों की आकांक्षाएं हमें तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं.  पीएम ने कहा आज 90 फीसदी से ज्यादा लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं. कुछ लोग तो अपने गांव से काम कर रहे हैं. यह अपने आप में बड़ी ताकत बनने वाला है. 2 दिन पहले ही एक नीति में सुधार किया गया है. मैप और जियो स्पेशल डेटा को कंट्रोल से मुक्त कर इसे उद्योग के लिए खोला गया है. उन्होंने यह भी कहा कि जितना डिजिटल ट्रांजेक्शन ज़्यादा होता जा रहा है उतने ही काले धन के स्रोत कम हो रहे हैं. पारदर्शिता गुड गवर्नेंस की सबसे अहम शर्त होती है. यही बदलाव अब देश की शासन व्यवस्था पर हो रहा है. यही कारण कि हर सर्वे में भारत सरकार पर जनता का भरोसा मजबूत से मजबूत होता जा रहा है. आत्मनिर्भर भारत के बड़े सेंटर आज देश के टियर-2, टियर-3 शहर बनते जा रहे हैं. यही छोटे शहर आज आईटी बेस्ड तकनीक की डिमांड और ग्रोथ के बड़े सेंटर बनते जा रही हैं। देश के इन छोटे शहरों के युवा अद्भुत इनोवेटर के रूप में सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप ने सुनिश्चित किया है कि हमारी टेक्नोलॉजी ज्यादा से ज्यादा मेड इन इंडिया हो. अगर हमें भारतीय टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ना है तो इसके लिए हमें अपनी प्रतिस्पर्धा के लिए नए मापदंड बनाने होंगे. हमें अपने आप से प्रतिस्पर्धा करनी होगी। बता दें कि कोरोना काल और लॉकडाउन में अधिकतर काम ऑनलाइन किया गया और अब नहीं यह जारी है.