जम्मू-कश्मीर में दो आतंकी ढेर

 11 Mar 2021  707

संवाददाता/in24 न्यूज़.
जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना एक बार फिर दहशतगर्दों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, इस एनकाउंटर में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। मारे गए आतंकियों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है। सूत्रों के मुताबिक मुठभेड़ अनंतनाग के कांदीपोरा बिजबेहारा इलाके में हुई। आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने की है। हालांकि आतंकियों की अभी शिनाख्त नहीं हुई है। फिलहाल ऑपरेशन जारी है।एक पुलिस अधिकारी ने कल बताया था कि अनंतनाग के बिजबेहेरा इलाके के कांडीपुरा में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षाकर्मियों ने उस क्षेत्र को घेर लिया था और तलाशी अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि जब आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं तब जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और फिर मुठभेड़ छिड़ गई। पुलिस के मुताबिक, इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की संभावना है। कश्मीर जोन पुलिस ने ट्विटर पर एनकाउंटर में आतंकी के मारे जाने की जानकारी दी। इससे पहले मंगलवार को अल-बद्र के प्रमुख कमांडर अब्दुल गनी ख्वाजा को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। बुधवार को कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने बताया कि उस कार्रवाई के दौरान घटनास्थल से 2 आतंकी भाग गए। आईजी ने कहा कि गनी ख्वाजा साल 2000 में ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गया था और 2002 में वापस भारत लौटा था। वह उत्तर कश्मीर के बारामुला में पिछले 5 सालों से एक्टिव था। मंगलवार को बारामूला में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान गनी ख्वाजा को मार गिराया था। आईजी विजय कुमार ने बताया कि सोपोर पुलिस को कुछ आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। पुलिस ने सीआरपीएफ और सेना को सूचना दी जिसके बाद कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि गनी ख्वाजा को 2007 में गिरफ्तार किया गया था। 2008 में वो जेल से रिहा हुआ। 2008 से दिसंबर 2017 तक उसने आतंकियों के लिए ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में काम किया। जनवरी 2018 में वो दोबारा एक्टिव हो गया था। उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 में ख्वाजा ने हिज्बुल मुजाहिदीन को छोड़ दिया और अल बद्र का कमांडर बन गया। बता दें कि सेना के जवान हर हालत से निपटने में जी जान से लगे हुए हैं।