किसानों ने टिकरी बॉर्डर पर बनाए 25 पक्के घर

 13 Mar 2021  1216

संवाददाता/in24 न्यूज़.
इस देश में आजकल किसान सरकार के खिलाफ लगातार मोर्चे पर डटे हुए हैं. सरकार के साथ अनेक दौर की बातचीत के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकल पाया. बावजूद इसके किसानों के हौसले बुलंद हैं. इसका अंदाज़ा आप इसी बात से लगा  सकते हैं कि उन्होंने अपने लिए करीब 25 पक्के घर बना लिए हैं और लगभग दो हज़ार और नए घर बनाने की तैयारी चल रही है. बता दें कि इस तरह के एक घर की लागत 20 हज़ार से 30 हज़ार रुपए तक आती है. ख़बर के मुताबिक़ आंदोलन से जुड़े किसान केवल निर्माण सामग्री के लिए भुगतान कर रहे हैं और घरों का निर्माण मुफ्त में आंदोलन में मौजूद कुछ मिस्त्री लोग ही कर रहे हैं जो खेती भी करते हैं। किसानों की योजना आने वाले दिनों में इसी तरह के एक से दो हज़ार घर बनाने की है। किसान सोशल आर्मी इस पहल का नेतृत्व कर रही है और किसानों को टिकरी सीमा पर स्थाई आश्रयों के निर्माण में मदद कर रही है। मकानों में खिड़कियां भी बनाई गई हैं और गर्मियों में इनके बाहर कूलर रखे जाएंगे। ये घर किसानों की इच्छा की तरह ही मजबूत और स्थाई हैं। वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने बताया कि आंदोलन की कोई समय-सीमा नहीं है और गर्मी का मौसम आ रहा है इसलिए हम स्थाई घर बना रहे हैं। अभी 25-30 पक्के मकान बन चुके हैं। अचानक से धरना स्थल पर पक्के मकान क्यों बनाए जा रहे हैं, इस पर किसानों का कहना है कि अब तक वे ट्रॉलियों में रह रहे थे, लेकिन अब गांवों में गेहूं की कटाई शुरू होने वाली है और ट्रैक्टर-ट्रॉली वहां चले जाएंगे। इसके अलावा किसान खराब मौसम का भी हवाला दे रहे हैं। उनके अनुसार, बारिश और आंधी आने से अस्थायी आशियाने बर्बाद हो जाते हैं, इसलिए भी पक्के मकान बनाए जा रहे हैं। देखना होगा कि सरकार किसानों के घर के बारे में क्या फैसला लेती है!