बीआरएस नेताओं पर हार के बाद जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने बोला हमला

 08 Dec 2023  331

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
तेलंगाना के बीआरएस नेताओं के.टी. रामाराव (KTR) और के. कविता के नाम जेल में बंद कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर ने एक तीखा पत्र भेजा है जिसमें कथित भ्रष्टाचार के संदर्भ में आरोपों और साहसिक भविष्यवाणियों की भरमार है। चंद्रशेखर ने पत्र की शुरुआत कविता को हालिया विधानसभा चुनावों में उनकी हार पर ‘बधाई’ देते हुए की। उन्होंने पत्र में दावा किया है कि चुनाव परिणाम जनता की उस समझ का प्रमाण है जिसे वह नेताओं के अहंकार और नकली ताकत के रूप में देखते हैं। पत्र में पिछली प्रेस विज्ञप्ति का हवाला दिया गया है जिसमें चंद्रशेखर ने कविता को उसके कथित झूठ, लालच और भ्रष्टाचार के आसन्न अंत के बारे में आगाह किया था। संदेश में केटीआर और कविता पर पूर्ण सत्ता के भ्रष्ट प्रभाव के आगे झुकने का आरोप लगाया गया है और दावा किया गया है कि उनकी कार्यप्रणाली अब सबके सामने उजागर हो गई है। मंडोली जेल में बंद ठग ने अपने पत्र में लिखा है कि आपने मुझे धोखेबाज और न जाने क्या-क्या कहा, लेकिन आज आप भी उसी पायदान पर हैं, कोई फर्क नहीं है। उसने भविष्यवाणी की है कि कविता और उसके राजनीतिक सहयोगी जल्द ही उस पार्टी में शामिल हो जाएंगे जिसे वह “जेल में आम आदमी पार्टी के कट्टर भ्रष्ट नेताओं का क्लब” कहते हैं। उसने लिखा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा और आपको पूरी तरह बेनकाब करूंगा। इसके अलावा, जेल में बंद ठग का सुझाव है कि कविता जल्द ही अपने पसंदीदा देश अमेरिका जा सकती हैं, जहां कथित तौर पर उसका घर है। उन्होंउसने आगे लिखा कि मुझे यकीन है कि अब आप जल्द ही अपने पसंदीदा देश में चली जाएंगी, जहां आपका पसंदीदा घर है। आप जानती हैं कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं, जैसा कि आप हमेशा कहती थीं कि अमेरिका’ आपका पसंदीदा है।  उसने फिर लिखा कि एक और बात भाई, नतीजे वाले दिन, मैंने समाचार देखा, जिसमें मैंने देखा कि आपने एक्स पर 3.0 लोडिंग कहते हुए बंदूक पकड़े हुए अपनी तस्वीर अपडेट की थी। मैं ईमानदारी से अनुमान लगा सकता हूँ कि आप खुद को मूर्ख बनाना पसंद करते हैं। मैं यह भी अनुमान लगाता हूं कि आप 3.0 भाग के बारे में बिल्कुल सही हैं। आप जिस 3.0 के बारे में बात कर रहे थे वह ‘जेल टाइम’ के बारे में है जो जल्द ही होने वाला है। इससे ज्यादा कुछ नहीं, केटीआर ब्रदर। बता दें कि सुकेश के पत्र के बाद अबतक बीआरएस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।