एटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े आतंकी को किया गिरफ्तार, दूसरे ने सरेंडर किया

 09 Jan 2024  79
संवाददाता/in24 न्यूज़.
आईएसआईएस से जुड़े एक इनामी आरोपी को उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने गिरफ्तार किया है। वहीं एक अन्य आरोपी ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। आज अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने एटीएस की उपलब्धियों का बयान जारी कर कहा कि आईएसआईएस से जुड़े 25-25 हजार रुपए के दो इनामी आरोपी, जिनमें प्रयागराज के करेली निवासी आमस उर्फ फराज (22) को सोमवार को एटीएस टीम ने अलीगढ़ से गिरफ्तार किया, जबकि संभल निवासी अब्दुल समद मलिक (25) ने अदालत में समर्पण कर दिया। बयान के मुताबिक, एटीएस को यह सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग आईएसआईएस की विचारधारा से प्रेरित होकर शपथ ले चुके हैं और वे खिलाफत कायम करने के लिए देश विरोधी साजिश रच रहे हैं। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर सात लोगों को पिछले वर्ष नवंबर में गिरफ्तार किया गया था। एटीएस के मुताबिक, इस मामले में आमस अहमद उर्फ फराज अहमद और अब्दुल समद मलिक की तलाश थी। उसने बताया कि फराज को एटीएस टीम ने सोमवार को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया, जबकि अब्दुल समद मलिक ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। एटीएस ने बताया कि ये आरोपी पूर्व में गिरफ्तार अपने साथियों के साथ मिलकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में आईएसआईएस का मॉड्यूल तैयार कर अन्‍य लोगों को भी अपने साथ जोड़ रहे थे। फराज ने 2022 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से स्नातक किया और 2023 में एमबीए के लिए प्रवेश परीक्षा में शामिल हुआ। मलिक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मास्टर इन सोशल वर्क (MSW) कर रहा था। इसके पहले एटीएस ने पिछले वर्ष नवंबर माह में आईएसआईएस के अलीगढ़ मॉड्यूल से जुड़े तीन आरोपी- अब्‍दुल्‍ला अर्सलान, माज बिन तारिक और वजीहुद्दीन को गिरफ्तार किया था। कुछ दिनों बाद चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें भदोही जिले के निवासी राकिब इमाम अंसारी को अलीगढ़ से तथा संभल जिले के निवासी नवेद सिद्दीकी, कोटला पंजू सराय के मोहम्मद नोमान और नखास क्षेत्र के दीपा सराय निवासी मोहम्मद नाजिम को संभल से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से आईएसआईएस का प्रतिबंधित साहित्य, मोबाइल फोन और पेन ड्राइव बरामद किया गया। एटीएस ने बताया कि इस मामले में अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि एटीएस की यह बड़ी उपलब्धि है।