यूपी के संभल में पीएम मोदी ने रखी कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला

 19 Feb 2024  1464

संवाददाता/ in24 न्यूज़.  
उत्तर प्रदेश के संभल के कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वह सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचे और पूजा में शामिल हुए। इस दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम भी साथ बैठे। पीएम मोदी ने कल्कि मंदिर की आधारशिला रखी। कांग्रेस से निष्कासित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम मोदी, सीएम योगी समेत तमाम नेताओं को कल्कि धाम के शिलान्यास कार्यक्रम का न्योता दिया था। पीएम मोदी ने इसे स्वीकार कर लिया था। पीएम मोदी संभल में कई योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि पीएम मोदी देश के 140 करोड़ की जनता के पुजारी हैं, भारत की मिट्टी के पुजारी हैं, मां भारती के पुजारी हैं। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए वह दिन-रात एक कर चुके हैं। कुछ नेता हैं, जिन्हें विकसित भारत की विकास यात्रा पसंद नहीं है। कमलनाथ के भाजपा में आने के संभावना पर कहा कि अभी देखिए बहुत कुछ होना है, जहां बुजुर्गों का सम्मान नहीं है, वहां कौन रहेगा। कल्कि धाम में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज संभल में एक और पवित्र धाम की नींव रखी जा रही है। राम और कृष्ण की भूमि से भक्तिभाव और अध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है। पीएम मोदी ने कहा कि अच्छे काम लोग मेरे लिए छोड़ गए हैं। मोदी ने कहा कि जो इस बार छुट गया है वो आगे होगा। इस मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे। भगवान के दस स्वरूप होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि जो कल्पना से परे था वह हकीकत बना। सांस्कृतिक नवजागरण का अद्भुत क्षण है। अबू धाबी में भव्य राम मंदिर का साक्षी बने। कल्कि धाम में शिलान्यास का गवाह बने। विश्वनाथ धाम के वैभव को निखरता देखा। तीर्थ का विकास हो रहा है। मंदिर बन रहे हैं मेडिकल कॉलेज भी बना रहे हैं। यह परिवर्तन समय चक्र घूमने का प्रमाण है। सोमनाथ विकास हमने देखा। केदार घाटी का पूर्ण निर्माण देश ने देखा। विकास भी, विरासत भी, मेडिकल कॉलेज भी , लाल किले से देश को विश्वास दिलाया। यही समय है। सही समय है। 22 जनवरी से नया कल का चक्र शुरू हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि आज प्रमोद कृष्णम जैसे लोग अवधारणाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। मोदी ने कहा कि कल्कि मंदिर के लिए प्रमोद कृष्णम को पिछली सरकारों से लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। एक बार उनसे कहा गया कि मंदिर बनाने से कानून व्यवस्था बिगड़ जाएगी लेकिन आज हमारी सरकार में उनकी यह लड़ाई पूरी हुई है। बता दें कि कल्कि को भगवान विष्णु का 10वां और अंतिम अवतार कहा जाता है। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार अभी कल्कि का अवतार नहीं हुआ है। माना जाता है कि कलयुग के अंत में कल्कि के रूप में भगवान विष्णु धरती पर प्रकट होंगे। मंदिर निर्माण समिति के मुताबिक, इस मंदिर में उसी पत्थर का इस्तेमाल होगा जिससे अयोध्या का राम मंदिर बनकर तैयार हुआ है। मंदिर का निर्माण लगभग पांच एकड़ की जमीन पर हो रहा है और इसमें लगभग पांच वर्ष लगेंगे। गौरतलब है कि मोदी राज में अनेक मंदिरों का भविष्य को बदलने का दौर जारी है।