सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव और बालकृष्ण को कहा नतीजा भुगतने को रहें तैयार

 10 Apr 2024  1632

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज बाबा रामदेव और बालकृष्ण पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले में सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि हमने इस मामले में सुझाव दिया था कि बिना शर्त के माफी मांगी जाए। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि हमने इस मामले में सुझाव दिया था कि बिना शर्त के माफी मांगी जाए। कोर्ट ने स्वामी रामदेव का बिना शर्त माफी का हलफनामा स्वीकार करने से भी इनकार कर दिया। जस्टिस अमानुल्लाह ने कहा कि इन लोगों ने तीन-तीन बार हमारे आदेशों की अनदेखी की है। इन लोगों ने गलती की है इनको नतीजा भुगतना होगा। सुप्रीम कोर्ट से रोहतगी ने कहा कि हम बिना शर्त माफी मांग रहे हैं क्योंकि जो आश्वासन अदालत को दिया गया, उसका पालन नहीं किया गया। उल्लंघन के लिए माफी दें। भविष्य में ऐसा नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप कानून जानते हैं, पिछले हलफनामे में हेरफेर किया गया। यह बहुत ही गंभीर है। एक तरफ छूट मांग रहे हैं और वो भी उल्लंघन करके। सुप्रीम कोर्ट ने कहा हम अंधे नहीं हैं, हम इस मामले में इतना उदार नहीं होना चाहते। अब समाज में एक संदेश जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कानून का माखौल बनाया जा रहा है और प्राधिकार चुप बैठे हैं। बड़ी आसानी से आयुर्वेद दवाईयां आ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आयुष मंत्रालय को फटकार लगाते हुए कहा कि आखिर अपने हलफनामे में क्या कहा है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सर्वोच्च अदालत का मजाक बन गया है। जाहिर है सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी का खामियाजा बाबा रामदेव और बालकृष्ण को भुगतना होगा।