स्टैचू ऑफ यूनिटी के डेली कलेक्शन से 5.25 करोड़ गायब

 02 Dec 2020  467

संवाददाता/in24 न्यूज़.
देश के गौरव के साथ एक बड़ी चोरी का मामला सामने आया है. गुजरात के नर्मदा जिले की पुलिस ने स्टैचू ऑफ यूनिटी के डेली कलेक्शन से 5.25 करोड़ रुपये की कथित चोरी के लिए एक प्राइवेट कैश मैनेजमेंट कंपनी के कर्मचारियों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय केवडिय़ा पुलिस स्टेशन में एचडीएफसी बैंक की वडोदरा शाखा के प्रबंधक द्वारा दायर की गई शिकायत में राइटर बिज़नेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर अक्टूबर 2018 से मार्च 2020 के बीच कथित रूप से पैसे निकालने का आरोप है. केवडिया पुलिस ने शिकायत दर्ज की है और आगे जांच जारी है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के एक अधिकारी ने कहा, 5.25 करोड़ रुपये की राशि गायब थी, हालांकि हमारे रिकॉर्ड में रसीद से पता चला है कि एचडीएफसी बैंक के एजेंट को यह राशि सौंप दी गई थी. मुद्दा बैंक के साथ उठाया गया था, जिसने लगातार जांच शुरू की थी. नर्मदा जिला कलेक्टर डीए शाह, जो प्रतिमा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं, ने कहा कि जिला प्रशासन, एचडीएफसी बैंक और स्टैचू ऑफ यूनिटी के अधिकारियों से मिलकर एक समिति बनाई गई थी. शाह ने कहा कि समिति ने रिकॉर्ड की जांच की और निष्कर्ष निकाला कि नकदी बैंक को सौंप दी गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि एचडीएफसी बैंक ने कैश कलेक्शन के लिए राइटर बिजनेस को नियुक्त किया था और पर्यटन स्थल पर प्रशासन का इससे कोई लेना-देना नहीं था. शिकायत में कहा गया है कि एचडीएफसी बैंक, जिसने स्टैचू ऑफ यूनिटी प्रशासन को ऑफ़लाइन टिकटिंग और पार्किंग शुल्क की सेवाएं प्रदान की थी, ने राइट टू बिज़नेस की डोरस्टेप कैश कलेक्शन सुविधा को आउटसोर्स किया था. रिपोर्ट के अनुसार पर्यटन स्थल के एक अधिकारी ने बताया "प्राप्त नकदी की रसीद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रशासन को जारी की जाती है और समय-समय पर बैंक खाते में जमा की गई नकदी जमा के साथ समेट ली जाती है. प्रविष्टियों के मिलान के दौरान, स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के ऑडिटरों ने एचडीएफसी बैंक की ओर से राइटर बिज़नेस द्वारा प्रस्तुत रसीदों और वास्तविक प्रविष्टियों के बीच एक विसंगति देखी. बता दें कि इस चोरी सुरक्षा पर भी की सवाल खड़े कर रही है.