वरिष्ठ पत्रकारों के घर दिल्ली पुलिस की छापेमारी

 03 Oct 2023  603

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज दिल्ली पुलिस ने मीडिया संस्थान न्यूजक्लिक से जुड़े कई वरिष्ठ पत्रकारों के आवास पर छापेमारी कर उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप अपने साथ ले गई। पुलिस ने इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन कई वरिष्ठ पत्रकारों ने खुद सोशल मीडिया के जरिए छापामारी से संबंधित जानकारी दी है। बता दें कि आज सुबह कई पत्रकारों, स्टैंड-अप कॉमिक्स, व्यंग्यकारों और टिप्पणीकारों के घरों पर दिल्ली पुलिस ने छापेमारी की है। छापेमारी के साथ पुलिस ने ड्रैकियन गैरकानूनी गतिविधियों अधिनियम से जुड़े एक मामले में आतंक के लिंक से संबंधित मामलों में पूछताछ शुरू कर दी है। खबर है कि यह छापेमारी एफआईआर नंबर 224/2023 से संबंधित है। यह मामला 17 अगस्त, 2023 को दायर किया गया था, और 153 (ए) के साथ, ड्रेकोनियन यूएपीए के कई सेक्शन (13, 16, 17, 18, और 22) को जोड़ता है, जैसे (धर्म, नस्ल के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि, और भारतीय दंड संहिता के अपराध करने के लिए एक आपराधिक साजिश के अलावा एक आपराधिक साजिश के लिए एक आपराधिक षड्यंत्र के लिए) और 120 (बी) (एक आपराधिक षड्यंत्र के लिए गुटबंदी)। आधिकारिक तौर पर अब तक कुछ भी नहीं कहा गया है। वीडियो पत्रकार अभिसार शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह, अनुभवी पत्रकार उर्मिलेश, न्यूज़क्लिक संपादक प्रबीर पुरकास्थ और लेखक गीता हरिहरन, प्रसिद्ध पत्रकार और राजनीतिक अर्थव्यवस्था के लिए टिप्पणीकार, हिस्ट्रीवमेंट, हाशमी, और व्यंग्यकार और स्टैंड-अप कॉमिक संजय राजौरा के घर आज सुबह छापा मारा गया। अब जानकारी आ रही है कि एक्टिविस्ट तीस्ता सितलवाड और दिग्गज पत्रकार परानजॉय गुहा ठाकुर्ता के घरों पर भी छापा मारा गया। मुंबई में रहने वाली सितलवाड से दिल्ली पुलिस अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। पत्रकार सुबोध वर्मा, पहले टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ और अब न्यूज़क्लिक से जुड़े थे, पर भी छापा मारा गया था। खबर लिखे जाने तक, दिल्ली पुलिस की पूछताछ चल रही थी। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली साइंस फोरम, डी. रघुनंदन से जुड़े वैज्ञानिक और लेखक को पुलिस द्वारा दूर ले जाया गया है। अन्य ने अपने उपकरणों, लैपटॉप और टेलीफोन के बारे में बात की है। सूत्रों के मुताबिक कॉमेडियन राजौरा को पुलिस स्पेशल सेल, लोधी रोड ले गई है। पुलिस ने कहा कि वे उसे पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं लेकिन गिरफ्तार नहीं कर रहे हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स की अगस्त की रिपोर्ट में वर्तमान एफआईआर की जड़ें जुड़ी हैं। खबर के मुताबिक भाजपा के सांसद निशिकंत दुबे ने लोकसभा में रिपोर्ट का हवाला दिया था कि यह दावा करने के लिए कि कांग्रेस नेताओं और न्यूज़क्लिक को भारत विरोधी वातावरण बनाने के लिए चीन से धन प्राप्त हुआ था। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने छापे पर चिंता दर्ज की है और कहा है कि यह एक विस्तृत बयान जारी करेगा।