राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू ने दाखिल किया नामांकन

 24 Jun 2022  343

संवाददाता/in24 न्यूज़.
राष्ट्रपति चुनाव की गहमागहमी के बीच भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन के दौरान उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। द्रौपदी मुर्मू की ओर से 4 सेटों में नामांकन दाखिल किया गया। पहले सेट में पीएम नरेंद्र मोदी खुद प्रस्तावक बने। इसके अलावा अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत भाजपा संसदीय दल के सदस्यों ने उनके नाम का अनुमोदन किया। नामांकन की प्रक्रिया के दौरान जेपी नड्डा, अमित शाह और केंद्र सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे। यही नहीं योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, हिमंता बिस्वा सरमा, पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे। महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद द्रौपदी मुर्मू नामांकन के लिए गईं। 1997 में भाजपा में शामिल हुईं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा विधानसभा की सदस्य रहीं हैं और नवीन पटनायक की सरकार में मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। यही नहीं वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं। एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष से समर्थन मांगा है। उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से बात की और राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए समर्थन मांगा है। द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह बेहतर होता कि वह निर्विरोध ही चुन ली जातीं। द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद से अब तक नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने समर्थन का ऐलान किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा भी आदिवासी महिला के नाम पर समर्थन कर सकती है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है। इस मौके पर बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के कई सांसद भी मौजूद थे। इससे माना जा रहा है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी किया। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं की मौजूदगी से साफ है कि नामांकन के साथ ही जीत का दम भी एनडीए ने भरा है।बता दें कि संथाल जनजाति समुदाय से आने वालीं द्रौपदी मुर्मू को सादगी और संघर्ष की जिंदगी के लिए जाना जाता है। 2009 के बाद से अपने पति और दो बेटों समेत कई परिजनों को खोने वालीं द्रौपदी मुर्मू ने कठिन संघर्ष के बीच अपनी बेटियों की परवरिश की थी। ओडिशा के मयूरभंज जिले में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू यदि चुनाव में जीत हासिल करती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी। नामांकन दाखिल करने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई नेताओं से मुलाकात की। बता दें कि दूसरी तरफ ममता बनर्जी ने यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है।