मणिपुर में फिर हिंसा भड़कने से पुलिसकर्मी सहित पांच की मौत

 29 May 2023  298

संवाददाता/in24 न्यूज़.
एकबार फिर से मणिपुर में हिंसा शुरू है। ताजा हिंसा की घटनाओं में एक पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। वहीं 12 लोग घायल हुए हैं। राज्य के विभिन्न इलाकों में हिंसा भड़कने के बाद हुई फायरिंग की घटनाओं में लोगों की मौत हुई है। यही नहीं सेना और पुलिस की कार्रवाई में पिछले चार दिनों में 40 उग्रवादी भी ढेर किए गए हैं। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह (Biren Singh) ने रविवार को ही बताया था कि मणिपुर में 40 सशस्त्र कूकी उग्रवादियों को मार गिराया गया है। मणिपुर में तीन मई के बाद से ही हिंसा का दौर जारी है। राज्य की राजधानी इंफाल (Imphal) के आसपास बसे मैतेई समुदाय और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले कूकी समुदायों के बीच यह हिंसा चल रही है। इसकी वजह मणिपुर हाई कोर्ट का एक फैसला बना है, जिसमें उसने सरकार को सलाह दी थी कि उसे मैतेई समुदाय को एसटी का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजना चाहिए। इस प्रस्ताव को लेकर कूकी समुदाय के लोग भड़क गए थे और उन्होंने इसके खिलाफ रैली निकाली थी। उस रैली के दौरान हिंसा भड़क गई थी और तब से हालात को संभाला नहीं जा सका है। खबर के मुताबिक मणिपुर की हिंसा में अब तक 79 लोग मारे जा चुके हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि कूकी उग्रवादी हथियारों से लैस हैं और वे हिंसा को बढ़ा रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि राज्य के विधायकों और मंत्रियों तक को उपद्रवी नहीं बख्श रहे हैं और उनके घरों में हमले किए जा रहे हैं। राज्य में तीन मई के बाद से ही कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है। बीते दिनों कुछ राहत दी भी गई थी, लेकिन फिर से हिंसा का दौर शुरू होने के बाद एक बार फिर सख्ती बढ़ाई गई। जैसे इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट जिलों में कर्फ्यू में ढील देते हुए सुबह पांच बजे से शाम चार बजे तक लोगों को अनुमति दी गई थी। लेकिन अब इस टाइम को घटा दिया गया है और लोगों को सुबह साढ़े 11 बजे तक ही घर से बाहर निकलने की परमिशन है। गौरतलब है कि मणिपुर में जारी हिंसा का समाधान निकालने के लिए होम मिनिस्टर अमित शाह आज राज्य के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के अलावा अन्य मंत्रियों एवं अहम संगठनों के लोगों से मुलाकात करेंगे। उनका दौरा मणिपुर हिंसा से निपटने के लिहाज से अहम माना जा रहा है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमित शाह ने खा था कि मणिपुर में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा!