8 अप्रैल 2024 को लगने जा रहा पूर्ण सूर्य ग्रहण, नासा के अनुसार दुनिया में दिखेंगी कई दुर्लभ घटनाएं

 07 Apr 2024  321

ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई 

सोमवार 8 अप्रैल 2024 को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, ऐसे में जो लोग इसे देखने के लिए उत्सुक हैं। नासा के मुताबिक, ये इस साल की सबसे बड़ी खगोलीय घटना है। दरअसल ये सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा औसत से अधिक पृथ्वी के करीब होता है और सीधे पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य का प्रकाश रुक जाता है और पृथ्वी की सतह पर अंधेरा होने लगता है। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में दिखेगा। वैज्ञानिकों और जानकारों की यदि मानें तो, इस दुर्लभ घटना से दुनिया के कई हिस्सों में कई बड़ी गड़बड़ी और जानवरों के व्यवहार में बदलाव सहित कुछ असामान्य घटनाएं हो सकती है। नासा ने एक प्रेस रिलीज में कहा, ''जब पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान पूरे परिदृश्य में अंधेरा छा जाता है, तो असामान्य चीजें घटित होने लगती हैं।'' नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण का पृथ्वी के बाहरी वायुमंडल की बनावट और गतिशीलता पर प्रभाव पड़ सकता है। चूंकि आयनमंडल में आवेशित कण (आयन और इलेक्ट्रॉन) होते हैं और यह रेडियो तरंगों को परावर्तित और अपवर्तित करने के लिए जिम्मेदार है, ऐसे में ये आयनमंडल में बदलाव रेडियो संचार और नेविगेशन सिस्टम्स को भी प्रभावित कर सकता है। नासा में ग्रहण प्रोग्राम मैनेजर केली कोर्रेक ने कहा, "इस परत में गड़बड़ी जीपीएस और कम्यूनिकेशन के साथ समस्याएं पैदा कर सकती है।" ग्रहण के दौरान तापमान अचानक कई डिग्री तक गिर सकता है और हवा की दिशा भी बदल सकती है। 2016 के एक स्टडी मुताबिक, किसी भी प्रकार का ग्रहण हवा को दूसरी दिशा में बहने का कारण बन सकता है। "जब twilight के समय सूरज की रोशनी फीकी पड़ जाती है, तो हम देखते हैं कि चीजें ठंडी होने लगती हैं। नासा ने बताया, पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान अस्थाई डिमिंग के लिए भी यही सच है।" ग्रहण के कारण तूफान भी आ सकता है। सूर्य ग्रहण के दौरान, जानवर भ्रमित हो सकते हैं, और रात्रिचर जानवर अपनी आंतरिक घड़ियों में व्यवधान के कार जग सकते हैं। कुछ पालतू जानवर बस झपकी लेने के लिए दुबक जाते हैं जबकि अन्य चिंतित हो सकते हैं। पहले भी, ग्रहण के दौरान जानवरों का अजीब व्यवहार देखा गया है, जिसमें जिराफ को सरपट दौड़ते देखा गया है, जबकि मुर्गे बांग और झींगुर चहचहाने लगते हैं। नासा ने कहा, "ऐसी भ्रमित शाम से बेवकूफ बनकर पक्षी गाना बंद कर देते हैं, झींगुर चहचहाने लगते हैं और मधुमक्खियां अपने छत्ते में लौट जाती हैं।" अचानक अंधेरा कई पक्षियों और जानवरों को चुप करा सकता है। टेक्सास यूनिवर्सिटी में फिजिक्स और एस्ट्रोनॉमी साइंस के प्रोफेसर एंजेला स्पेक ने कहा कि पक्षी लगभग 20 मिनट बाद झुंड में आना शुरू कर देंगे, जबकि कुछ शांत हो जाएंगे। वहीं, खेत के जानवर, जैसे गाय और मुर्गियां, खलिहान में वापस चले जाएंगे क्योंकि उन्हें लगता है कि अब रात हो गई है। जबकि मधुमक्खियां भी भिन-भिनाना बंद कर देंगी और अपने छत्ते में लौट जाएंगी। सूर्य ग्रहण के दौरान देखने लायक दुर्लभ घटनाओं में से एक शैडो बैंड है। शैडो बैंड असामान्य शैडो हैं जिन्हें ग्रहण के दौरान जमीन और इमारतों पर देखा जा सकता है।नासा ने कहा, "शैडो बैंड बारी-बारी से प्रकाश और अंधेरे की पतली, लहरदार रेखाएं हैं जिन्हें पूर्ण सूर्य ग्रहण से ठीक पहले और बाद में सादे रंग की सतहों पर समानांतर में घूमते देखा जा सकता है।" यदि ग्रहण को उचित आंखों की सुरक्षा के साथ देखा जाता है, तो आप चंद्रमा के किनारे के चारों ओर प्रकाश का एक टुकड़ा देख सकते हैं जो एक नेकलेस जैसा दिखाई देता है। इस घटना, को 'बेलीज़ बीड्स' के नाम से जाना जाता है, ये चंद्रमा की असमान स्थलाकृति के साथ सूर्य के प्रकाश के संपर्क के कारण होती है। जब चंद्रमा के किनारे पर सूर्य के प्रकाश के दो प्रमुख बिंदु दिखाई देते हैं, तो स्काईवॉचर्स एक दुर्लभ "डबल डायमंड रिंग" दिख सकते हैं। जैसे ही चंद्रमा के कारण दिन रात में बदल जाएगा, अंधेरा आकाश में तारों के साथ-साथ कुछ ग्रहों को भी सामने ला देगा।