'हेट स्पीच’ मामले में अश्विनी उपाध्याय समेत 6 लोग गिरफ्तार

 10 Aug 2021  514

संवाददाता/in24 न्यूज़  
देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारत छोड़ो आंदोलन की सालगिरह पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आरोप लगे हैं कि जंतर-मंतर पर 8 अगस्त को किये गए इस आयोजन के दौरान कार्यक्रम में विवादित नारेबाजी की गई और भड़काऊ भाषण दिए गए। यह मामला अब बड़ा और गंभीर हो गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बड़ा एक्शन लेते हुए बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।आरोपियों में विनोद शर्मा,दीपक सिंह,दीपक,विनीत क्रांति,प्रीत सिंह शामिल हैं। प्रीत सिंह सेव इंडिया फाउंडेशन का निदेशक है। इसी के बैनर तले भारत छोड़ो आंदोलन नाम का कार्यक्रम जंतर-मंतर पर किया गया था। बता दें कि जंतर-मंतर पर अश्विनी उपाध्याय के कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने अभद्र आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां की थी। जंतर मंतर पर हुई हेट स्पीच में अभी चार लोग दिल्ली पुलिस के राडार पर हैं। इनमें उत्तम मालिक, विनीत क्रांति, पिंकी भैया और अश्विनी उपाध्याय, जो कि इस प्रदर्शन के आयोजक थे, शामिल हैं। इन सभी की तलाश की जा रही है। बीती रात कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में पूछताछ से पहले अश्विनी उपाध्याय ने बताया कि हम पुलिस को बताने आए हैं कि कार्यक्रम का आयोजक सेव इंडिया फाउंडेशन था, वह उसे नहीं जानते हैं। बहुत से लोग वहां गए थे, इसलिए वह भी गए थे। कार्यक्रम एक घंटे तक चला था, जब पुलिस ने रोका तो हम वहां से चले गए थे। देश की राजधानी दिल्‍ली के जंतर-मंतर इलाके में एक 'मार्च' में कथित तौर पर सांप्रदायिक नारे लगाए गए। कथित तौर पर इस 'मार्च' का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस का कहना है कि उसकी इजाजत के बिना इस मार्च को आयोजित किया गया था। बताया जाता है कि यह मार्च, सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्‍याय की ओर से आयोजित किया गया था। वैसे उपाध्‍याय का कहना है कि उन्‍हें वीडियो के बारे में जानकारी नहीं है। केवल पांच या छह लोग ही नारे लगा रहे थे। उन्‍होंने कहा कि ऐसे नारे नहीं लगाए जाने चाहिए थे। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मुस्लिमों को 'राम-राम' कहने को लेकर धमकी दी जा रहे है। दिल्‍ली के प्रमुख इलाके जंतर मंतर पर आयोजित इस प्रदर्शन में कुछ सदस्‍य नारे लगा रहे थे, 'हिंदुस्‍तान में रहना होगा, जय श्रीराम कहना होगा' यह स्‍थान देश की संसद और शीर्ष सरकारी दफ्तरों से कुछ ही किलोमीटर दूर है। दिल्‍ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था। नफरत भरे भाषणों के लिए 'कुख्‍यात' पुजारी नरसिंहानंद सरस्‍वती की मौजूदगी में यह नारे लगाए गए। पुरातन समय से चले आ रहे कानूनों को हटाकर एक समान कानून बनाने की मांग को लेकर यह प्रदर्शन आयोजित किया गया था।