नागिरकता कानून में बदलाव को लेकर अमित शाह ने दिए संकेत

 15 Dec 2019  746
संवाददाता/in24 न्यूज़।  
अमित शाह ने झारखंड चुनाव के दौरान अमित शाह ने गिरिडीह, बाघमारा और देवघर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी जनसभाओं में पूर्वोत्तर के लोगों को आश्वासन दिया कि इस अधिनियम से उनकी संस्कृति, भाषा, सामाजिक पहचान और राजनीतिक अधिकार प्रभावित नहीं होंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, मैं असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनकी संस्कृति, सामाजिक पहचान, भाषा, राजनीतिक अधिकारों को नहीं छुआ जाएगा तथा नरेंद्र मोदी सरकार उनकी रक्षा करेगी। नागरिकता संशोधन कानून में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका इशारा कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर नागरिकता संशोधन के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही रैली में यह इशारा दिया कि क्रिसमस के बाद वह इस मुद्दे पर विचार कर सकते हैं। बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन तेज है और खासकर पूर्वोत्तर के राज्यों में इसका असर व्यापक दिख रहा है। अमित शाह ने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और उनकी सरकार के मंत्रियों ने इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर शुक्रवार को उनसे मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि मेघालय में समस्या है। मैंने उन्हें समझाने का प्रयास किया कि कोई मुद्दा नहीं है। उसके बाद भी उन्होंने मुझसे कानून में कुछ बदलाव करने को कहा। अमित शाह ने आगे कहा,मैंने संगमा जी को क्रिसमस के बाद समय मिलने पर मेरे पास आने को कहा है। हम मेघालय के वास्ते रचनात्मक तरीके से समाधान ढूंढने के लिए सोच सकते हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है।