रेप की शिकायत दर्ज नहीं होने पर महिला ने की आत्महत्या

 03 Oct 2020  537

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
हाथरस में दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और मौत के बवाल के बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नरसिंहपुर के चीचली गांव में एक दलित महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है. इसके बाद जब वह रिपोर्ट लिखाने गई तो थाना प्रभारी ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी. खबरों के मुताबिक़ दलित महिला की रिपोर्ट न लिखे जाने पर महिला ने खुदकुशी कर ली है. इस घटना पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सख्त कार्रवाई का आदेश दिया. इसके बाद चौकी प्रभारी मिश्रीलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले के तीनों आरोपी अरविंद, मोतीलाल तथा अनिल राय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शिवराज सरकार ने इसके साथ ही कार्रवाई करते हुे तत्काल प्रभाव से एडिशनल एसपी, एसडीओपी को भी हटा दिया है. खरगौन के एसपी से भी मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है. फिलहाल एसपी छुट्टी पर हैं. पीड़ित महिला के पति का आरोप है कि वह आरोपियों के खिलाफ एफआईआर के लिए थाने का चक्कर लगाते रहे, लेकिन उनकी एफआईआर नहीं लिखी गई. इसके बाद महिला ने खुदकुशी कर ली. जब यह मामला राजधानी भोपाल तक पहुंचा, तो हड़कंप मच गया. सीएम शिवराज ने खुद ध्यान दिया और जिम्मेदार अफसरों  के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके खिलाफ धारा 376 डी और 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. वहीं मध्य प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमल नाथ ने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया है. कमलनाथ ने ट्वीट किया कि भाजपा राज्यों में बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ नारों की ये है वास्तविकता? उत्तर प्रदेश के साथ मध्यप्रदेश में भी बहन-बेटियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं निरंतर घटित हो रही है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि खरगोन, जबलपुर, सतना के बाद नरसिंहपुर के चिचली थानांतर्गत गांव में दलित महिला से गैंगरेप की घटना होने के बाद पीड़िता की सुनवाई नहीं हुई. उल्टा पीड़िता के परिवार को ही प्रताड़ित करने की बात सामने आयी. मजबूरीवश पीड़िता ने जान दे दी. भाजपा राज में ये कैसी क़ानून व्यवस्था है? ज़िम्मेदार इन घटनाओं पर मौन क्यों? बता दें कि बलात्कार की घटनाओं से जहां देश परेशान है, वहीं इसपर जमकर सियासत भी हो रही है.