कोरोना से गई अबतक 382 डॉक्टरों की जान

 18 Sep 2020  418

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल रखा है. भारत में अब तक 382 डॉक्टरों को कोरोना वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है. इसके अलावा 2238 डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आईएमए ने कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्टरों के लिए आवाज उठाई है.आईएमए ने कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले डॉक्टरों की लिस्ट जारी है. इसके बाद सरकार से उन्हें शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है.  आईएमए ने नाराजगी भी जताई है कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने संसद भवन में कोरोना वायरस से मारे गए डॉक्टरों को लेकर कोई जिक्र तक नहीं किया. आईएमए ने इस पर आपत्ति जताई है. स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बयान पर भी आईएमए ने आपत्ति जताई है, जिसमें अश्विनी चौबे ने कहा था कि सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र तथा अस्पताल राज्यों के अधीन आते हैं इसलिए केंद्र सरकार के पास बीमा मुआवजा का कोई डेटा मौजूद नहीं है. आईएमए ने नाराजगी जताते हुए कहा कि संसद में मंत्री द्वारा दिया गया बयान हमारे लोगों के लिए कर्तव्य से पीछे हटने के समान है. आईएमए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि 16 सितंबर तक एसोसिएशन के पास कोरोना से जुड़ा आकड़ा उपलब्ध है. इस आंकड़े के मुताबिक, देशभर में अब तक 2238 डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 382 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवा दी है.आईएमए ने कहा कि डॉक्टरों की जितनी मौतें भारत में हुई, उतनी किसी भी देश में नहीं हुई हैं. गौरतलब है कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 96,424 नए मामले सामने आए. इस दौरान 1,174 लोगों की मौत हो गई. देश में अब तक कुल मामलों की संख्या बढ़कर 52,14,678 हो गई है. अब तक 41,12,552 लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं जबकि 84,372 मौतें हो चुकी हैं. आईसीएमआर के आंकड़ों के अनुसार, 17 सितंबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 6,15,72,343 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 10,06,615 सैंपल कल टेस्ट किए गए. सवाल है कि कोरोना काल में जो डॉक्टर्स अपनी सेवा में जुटे हैं उनकी सुरक्ष के लिए जवाबदेह कौन है!